Betul Ki Khabar: बॉल्टी और टब में रखना पड़ रहा घर का गंदा पानी, महिला की दर्दनाक व्यथा
Betul Ki Khabar: Dirty water of the house has to be kept in buckets and tubs, painful agony of the woman

नाली न होने से परेशान महिला सीएम हेल्प लाइन तक कर चुकी शिकायत
Betul Ki Khabar: बैतूल। मोहल्ले में रहने वाले दबंगो की दबंगई के चलते मुझे अपने घर से निकलने वाला गंदा पानी बाल्टियों और टब में इक_ा कर दूर ले जाकर फेंकना पड़ रहा है, क्योंकि घर के सामने नाली नहीं बनाई गई। पिछले 2 सालों से नगर पालिका के चक्कर लगा रही हूं। सीएम हेल्प लाइन पर कई बार शिकायत कर चुकी, लेकिन समस्या का समाधान नहीं होने के कारण नर्क जैसा जीवन जीना पड़ रहा है। यह कहना है किदवई वार्ड शारदा नगर निवासी सुनीता रैकवार का जो मोहल्ले वालों की दबंगई तो झेल रही है। विडंबना है कि लाचार सिस्टम भी उसकी कोई मदद नहीं कर पा रहा है।
सड़क तोड़ने ले लिया शुल्क, हेल्प लाइन आवेदन भी वापस कराए
पीड़ित सुनीता रैकवार ने बताया कि उन्होंने शारदा नगर में प्लाट लेकर छोटा सा मकान बनाया है, लेकिन घर के पानी निकासी के लिए यहां नगर पालिका ने नाली नहीं बनाई है। कुछ ही दूरी पर नाली बनी हुई है। यहां मोहल्ले के मकान मालिक दबंगई दिखाते पानी नहीं निकलने दे रहे हैं। नगर पालिका में सड़क तोड़ कर नाली बनाने के लिए शुल्क भी जमा कराया, लेकिन नाली नहीं बनाई जा सकी। ऐसे में उसे गंदा पानी बाल्टियों और टबों में जमा कर दूर ले जाकर फेंकना पड़ रहा है।
इसका भी मोहल्ले वाले मजाक बना रहे हैं। महिला का आरोप है कि वर्ष 2023 से अभी तक वह तीन बार सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत कर चुकी है। इसके बावजूद नगरपालिका के कर्मचारियों ने आश्वासन देकर हर बार आवेदन वापस करवा लिए पर नाली का निर्माण नहीं कराया जा सका है। महिला ने पुन:कलेक्टर से गुहार लगाई है कि नाली का स्थाई निर्माण जब तक नहीं किया जाता तब तक अस्थाई नाली ही बनाकर उसे दे दी जाए, ताकि उसकी समस्या का कुछ तो समाधान हो सके।
गार्डन की जमीन का बेचा प्लाट
इस पूरे मामले को लेकर जब किदवई वार्ड की पार्षद फरजाना सिराज पठान से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि कॉलोनी में जिस जगह गार्डन बनाया जाना था, कॉलोनाइजर ने उसी जगह पर महिला को प्लाट बेच दिया था। जबकि यहां नाली निर्माण का कोई प्रावधान ही नहीं है। प्रशासन ने इस संबंध में कॉलोनाइजर को नोटिस भी जारी कर रखा है। महिला की समस्या का समाधान करने के लिए उन्होंने स्वयं भी नपा में आवेदन लगा रखा है। प्रशासन द्वारा जब तक कोई निर्णय नहीं लिया जाता नाली का निर्माण सम्भव नहीं है।