Betul Samachar: जुआरियों के मुफ़ीद बना बैतूल जिला
Betul Samachar: Betul district became fan of gamblers

पुलिस के संरक्षण के आरोप, पाढर में बढ़े जुएं के संचालन पर उठ रहे सवाल
Betul Samachar: बैतूल। एक बात तो कटु सत्य है और इसे नकारा नहीं जा सकता है कि जिले में इस समय पुलिस के दावों के बावजूद जुएं का बाजार जमकर फल-फुल रहा है। इसकी बानगी जिले के दो दर्जन से अधिक स्थानों पर रोज चल रहे जुएं की फड़ पर सैकड़ों खिलाड़ियों के पहुंचने के बाद देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र जैसे राज्य से खिलाड़ी बैतूल में जुआं नहीं पकड़ाएं जाने के लिए बेफिक्र रहते हैं, इसलिए पड़ोसी राज्य के जुआरियों के लिए बैतूल जिला मुरीद बनता जा रहा है। कुछ दिनों पहले पाढर जिस तरह किसी गोलू नाम के बड़े जुआरी ने संबंधित थाना से अनुमति लेकर जुएं की फड़ शुरू की है। इसको लेकर छोटे से लेकर बड़े अधिकारी भी कटघरे में खड़े हो गए हैं।
जानकार सूत्र बताते हैं कि तीन दिन पहले ही यह खबर आग की तरह फैली थी कि जुआ पकड़कर पहले वाहवाही लूटने वाले एक थाना प्रभारी ने पाढर के पास किसी गोलू मंजे हुए और पुराने जुआ खिलाड़ी को जुआ घर संचालित तथाकथित अनुमति दे दी है। हालांकि पहले यह खबर महज अफवाह मानी जा रही थी,लेकिन बुधवार को जिस तरह पाढर के पास गोलू की टीम ने करीब डेढ़ सैकड़ा लोगों के साथ जिले की सबसे बड़ी जुआ फड़ पर काम शुरू किया तो अफवाह सच साबित हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गोलू की इस फड़ पर बुधवार न सिर्फ बैतूल बल्कि पाढर के आसपास के दो दर्जन से अधिक गांवों के अलावा सारणी, भौंरा, शाहपुर, घोड़ाडोंगरी, चिचोली से जुआ खेलने के शौकीन नामी लोग पहुंचे हैं।
देर शाम तक चल रही इस फड़ में गोलू के अलावा कुछ अन्य जुआरियों के नाम भी सामने आ रहे हैं। चौकाने वाली बात यह है कि पाढर पुलिस चौकी की दूरी इस जुआ घर से चंद किमी की है , लेकिन आम लोगों नेे तो जुआ घर संचालित होते देख लिया, लेकिन पाढर पुलिस का ध्यान नहीं गया। कहा जा रहा है कि यहां यदि पुलिस छापा मारे तो करीब आधा सैकड़ा चौपहिया और दोपहिया वाहनों के साथ लाखों रुपए जब्त हो सकते हैं।
आखिर किसने दी अनुमति
पिछले तीन दिनों से शहर में चर्चा चल रही है कि गोलू नाम के शातिर जुआरी को 4 लाख रुपए प्रतिमाह देकर हर दिन पांच लाख रुपए जुएं की फड़ शुरू करने की अनुमति दी गई है। अब यह स्पष्ट नहीं है कि गोलू द्वारा दिए गए चार लाख रुपए का हिस्सा किस अधिकारी के पास कितना जाएगा, लेकिन हकीकत यह है कि पाढर के शातिर जुआरी गोलू ने डंके की चोट पर जिस तरह पाढर के पास एक खेत में खुलेआम जुआ घर शुरू किया है। यह बिना पुलिस के संरक्षण के संभव नहीं है।
सवाल यह उठ रहे हैं कि पुलिस के किस अधिकारी ने इस जुआ घर को संचालित करने की अनुमति दी है। वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में संज्ञान लेकर पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए। वैसे सांझवीर को मिल रही अपुष्ट सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो जिले में ताबड़तोड़ अंदाज में चल रहे जुआ घर संचालित होने की जानकारी गुरुवार रेंज के नए आईजी तक पहुंच गई। दूसरी ओर कुछ जनप्रतिनिधि 19 दिसंबर को बैतूल आ रहे मुख्यमंत्री को शिकायत करने वाले हैं। सांझवीर टाईम्स इसके कुछ प्रमाण भी जनप्रतिनिधियों को सौंपने वाला है।