Betul News: खुन्नस निकालने के लिए सोशल मीडिया बना लोगों का सहारा

Betul News: Social media became the support of people to vent their anger.

दुरुपयोग- टैग करने पर कई लोगों की आपत्तियां आ रही सामने

Betul News: बैतूल। मौजूदा हालातों में सोशल मीडिया का दुरुपयोग बड़े पैमाने पर सामने आ रहा है। अनसोशल लोग सोशल लोगों के खिलाफ अपनी खुन्नस निकालने के चक्कर में मीडिया प्लेटफार्मों का दुरुपयोग कर अनर्गल पोस्ट कर रहे हंै। ऐसी पोस्ट करने वालों को यह जरूर लग रहा होगा कि वे अपने उद्देश्यों में सफल हो रहे हो और उन्हें आनंद की अनुभूति भी हो रही हो, लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि सोशल मीडिया पर डालने वाले दुर्भावना से भरी ऐसी पोस्ट संबंधित के लिए भारी दिक्कतें भी निर्मित कर सकती हैं। ऐसी पोस्ट सीधे-सीधे आईटी एक्ट के अंतर्गत अपराध की श्रेणी में रखी गई है।

कोई सम्मानित व्यक्ति अपने खिलाफ की गई ऐसी पोस्ट के खिलाफ यदि पुलिस में शिकायत दर्ज कराता है तो पोस्ट करने वाले की जान आफत में भी फंस सकती है। सिक्के का दूसरा पहलू यह भी है कि लोग अपने उद्देश्यों की पूर्ति और संबन्धित को नीचा दिखाने के लिए अपनी पोस्ट दूसरों को टैग भी कर देते हैं, लेकिन अब ऐसे लोगों को उसी प्लेटफार्म पर लताड़ भी झेलनी पड़ रही है। जिसे टैग किया जा रहा है। उनका भी रुख साफ है कि अपने बेतुके बयानों और भड़ास निकालने वाले पोस्ट टैग ना किए जाए वरना ब्लाक करना पड़ेगा।

भड़ास निकालने का घटिया तरीका

इस पूरे घटना क्रम को लेकर सांझवीर टाईम्स ने वरिष्ठ पत्रकार अनिल सिंह ठाकुर से जब चर्चा की तो उन्होंने सोशल मीडिया पर परोसी जा रही ऐसी पोस्टों को घटिया और अमर्यादित करार दिया। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर की जाने वाली इस तरह की पोस्ट घटिया मानसिकता की परिचायक है। लोग अपनी दुश्मनी और भड़ास निकालने के लिए इसका उपयोग करने में जरा भी देरी नहीं लगाते हैं। एक तरह से देखा जाए तो यह एक मानसिक बीमारी से कम नजर नहीं आती। सवाल यह उठता है कि आखिर मीडिया प्लेटफार्म पर किसी भी व्यक्ति को नीचा दिखाने के लिए इस तरह की पोस्ट डाले जाने का अधिकार किसी को कैसे हो सकता है। पोस्ट डलने के बाद जो कमेंट्स लिखे जाते हैं उनमें भी ज्यादती दुश्मनी खुल कर देखने को मिलती हैं। यह वहीं लोग होते हैं, जिनकी मानसिकता का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।

इसके ठीक विपरीत समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा भी है जो इन चीजों को बिल्कुल भी तवज्जों नहीं देता, क्योंकि उन्हें यह पता है कि सार्वजनिक रूप से मर्यादा की सीमाएं क्या होती हैं। ऐसे लोग इस तरह की पोस्ट नजरअंदाज करने के साथ-साथ इस पर अपने विचार तक सार्वजनिक करने से परहेज करते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फैल रही इस तरह की गन्दगी तब ही साफ हो सकती है, जब इन प्लेटफार्म्स को संचालित करने वाली कम्पनियां कड़े कदम उठाए ऐसे लोगों को या तो तत्काल बाहर करें या फिर इस तरह की घटिया पोस्ट सार्वजनिक ही ना करें।

शिकायत हो जाए तो पड़ जाएं लेने के देने

सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास और बेतुके बयानों को लेकर डाली जा रही पोस्ट पर यदि कोई संज्ञान ले ले तो पोस्ट डालने वालों के लेने के देने भी पड़ सकते हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता आकाश श्रीवास्तव का कहना है कि ऐसी पोस्द्यट आम आदमी की स्वतंत्रता पर सीधा कुठाराघात है, जो आईटी एक्ट में अपराध की श्रेणी में आता है। जिस भी व्यक्ति के खिलाफ उसे बेइज्जत करने की दृष्टि से यदि कोई अमर्यादित पोस्ट डालता है तो कानून में इसके लिए कार्यवाही का प्रावधान किया गया है। सम्बन्धित व्यक्ति ऐसे मामलों में मय सबूतों के सीधे पुलिस में इसकी शिकायत कर सकता है।

आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत पुलिस को प्रकरण दर्ज कराए जाने के अधिकार भी हैं, लेकिन पर्याप्त जागरूकता और जानकारियां ना होने से पीड़ित पक्ष भी मन मारकर रह जाता है। यदि इस तरह की शिकायतें की जाती हैं तो इसका असर भी देखने को मिल सकता है और शोशल मीडिया प्लेटफार्म्स से इस तरह की गन्दगी भी साफ हो सकती है।

बेतुके बयानों और भड़ास निकालने वालों को चेतावनी

सोशल मीडिया पर लोगों को बेइज्जत करने के लिए डाली जाने वाली पोस्ट को ज्यादातर लोग नजर अंदाज कर देते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो इन हरकतों को बर्दाश्त ना करते हुए चेतावनी भरा लहजा अपना लेते हैं। हाल ही में अमर्यादित पोस्ट के खिलाफ वरिष्ठ पत्रकार, लेखक एवं चिंतक रिशु नायडू का आक्रामक रुख सोशल मीडिया पर ही देखने को मिला है। उन्होंने इस तरह के पोस्ट पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते चेतावनी के साथ इस तरह के यूजर्स को लताड़ भी लगा डाली उन्होंने लिखा कि अपने बेतुके बयानों और भड़ास निकालने वाले पोस्ट उन्हें टैग ना किए जाए, अन्यथा उन्हें इस तरह के यूजर्स को मजबूरी में ब्लाक करना पड़ेगा।

नायडू ने कड़ा विरोध जाहिर करते बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स का इस तरह का उपयोग कहीं से कहीं तक ठीक नहीं है। इस तरह की पोस्ट से यूजर की घटिया मानसिकता का पता चलता है। हद तो तब हो जाती है जब यूजर्स बिना सोचे समझे किसी को भी पोस्ट टैग कर देते हैं, जिनका इनके उद्देश्य से कहीं से कहीं तक कोई सरोकार नहीं रहता।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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