Betul Ki Khabar: राजनीतिक हलचल: एक माननीय ने मीडियाकर्मियों का ऐस रखा ख्याल…. किसकी टीम 4 पदाधिकारियों के भरोसे चल रही??? किस नेता की वजनदारी के खूब हो रहे चर्चे ????? पढ़िए विस्तार से हमारे चर्चित कॉलम राजनीतिक हलचल में……
Betul Ki Khabar: Political stir: An honorable person took such care of the media persons.... Whose team is running on the trust of 4 officials??

माननीय की दरियादिली पर मीडियाकर्मियों की खुशी का ठिकाना नहीं
वैसे तो जिले की राजनीति में कई रसूख और धनाड्य लोग राजनैतिक पारी खेल रहे हैं, लेकिन सबसे बड़े पर्व दिवाली पर अपना खजाना खोलने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। इस बार एक माननीय ने मीडियाकर्मियों का दिवाली के दिन न सिर्फ ख्याल रखा, बल्कि उन्हें घर पहुंचाकर बढ़िया गिफ्ट दिया।
इस गिफ्ट की चर्चा शहर से निकलकर पूरे जिले तक पहुंच गई। क्षेत्र के पत्रकार भी अपने माननीय से यही उम्मीद लगाए बैठे थे , लेकिन बाकी ने पत्रकारों को ठेंगा दिखा दिया। इन माननीयों को छोड़ सभी अधिकारियों से गिफ्ट लेते देखे गए। इसके उलट एक दरियादिल माननीय ने जिला मुख्यालय के लगभग 150 पत्रकारों को अपने स्टाफ के साथ दिवाली गिफ्ट पैक पहुंचाया तो सभी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
पत्रकार कहते दिखाई दिए कि कोई तो जनप्रतिनिधि है, जिसने मीडियाकर्मियों का ध्यान रखा और घर तक यह गिफ्ट पहुंचाकर उनकी खुशी को दोगुना कर दिया। पत्रकारों ने यह भी नसीहत दी कि संपन्न और अवसरवादी जनप्रतिनिधि भी पत्रकारों के प्रति त्यौहारों पर इस तरह की दरियादिली दिखाते तो उन्हें भी खुशियां मनाने का मौका मिल जाता।
चार पदाधिकारियों के भरोसे चल रही ब्लाक की कार्यकारिणी
कहने को तो विपक्षी पार्टी में जिला मुख्यालय के एक प्रमुख ब्लाक में र्काकारिणी बनी हुई है, लेकिन इसका कोई माई-बाप दिखाई नहीं दे रहा है। हालात यह है कि जिन्हें ब्लाक अध्यक्ष बनाया गया है, वे पार्टी के कार्यक्रमों में अपने चार साथियों के साथ केवल औपचारिक उपस्थिति दर्ज करवा दे रहे हैं, जबकि कार्यकारिणी घोषित करते समय आधा सैकड़ा से भी अधिक लोगों के नाम शामिल थे।
धीरे-धीरे ब्लाक अध्यक्ष से पदाधिकारियों ने कन्नी काटना शुरू कर दिया। कार्यकारिणी की निष्क्रियता पर पिछले दिनों पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक लेने आए तो एक ऊर्जावान और बेबाक पार्टी के नेता ने यह बात उठाई तो बैठक में सन्नाटा पसर गया। दरअसल उन्होंने यहां तक कह डाला था कि सभी ब्लाक अध्यक्ष अपने-अपने आका है, इसलिए कोई भी संगठन हिसाब से नहीं चलता।
नेताजी की वजनदारी के खूब चर्चे
विपक्षी पार्टी के एक नेता की वजनदारी के चर्चे इन दिनों राजनीति में खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। दरअसल उन्हें पिछले दिनों पार्टी ने बड़ी जवाबदारी सौंपी थी। इससे पहले ही उन्हें पड़ोसी राज्य में होने वाले विधानसभा के एक लोकसभा का प्रभारी बनाया। पार्टी उन पर जिस तरह उन पर भरोसा कर रही है, इससे उनके समर्थक खूब गदगद है।
सोशल मीडिया पर जिस तरह उन्हें जिले का सर्वमान्य नेता कहा जा रहा है, इसके बाद पार्टी के ही कुछ वजनदार नेताओं को यह बात हजम नहीं हो रही है। बड़ी बात तो यह है कि वजनदार नेता कहने वाले भी विरोधी गुट से इस गुट में शामिल हुए, जिम्मेदार पदाधिकारी कह रहे हैं। इससे दूसरे गुट की जलेसी देखते ही बन रही है। पिछले दिनों चुनाव से समय निकालकर अपने गृह ग्राम पहुंचने पर पूरे जिले के पार्टियों के नेताओं की भीड़ के पहुंचने पर उनके राजनैतिक कद का अंदाजा लगाया जा सकता है।