Betul Samachar: जिले के कुछ क्षेत्रों में संपत्ति के मूल्य में वृद्धि किए जाने की तैयारी
Betul Samachar: Preparations to increase property values in some areas of the district

रजिस्ट्री गाइड लाइन में संशोधन पर मंथन, संपत्ति का मूल्य बढ़ेगा तो क्रेताओं पर बढ़ेगा बोझ
Betul Samachar: बैतूल। जमीनों की खरीद फरोख्त के मामले में बैतूल जिले ने महानगरों को भी पीछे छोड़ दिया है। अक्सर यह सुना और सुनाया जाता है कि बैतूल में जमीनों की कीमत राजधानी भोपाल और इंदौर शहरों से भी ज्यादा है। यह खबर शासन और जमीन की खरीद फरोख्त करने वाले व्यवसायियों के लिए तो फायदेमंद है, लेकिन अपने सपनों का आशियाना तैयार करने का सपना देखने वाले उन क्रेताओं को झटका जरूर लगेगा जो भविष्य में अपना आशियाना बनाने के लिए जमीन खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, क्योंकि शासन को सबसे ज्यादा राजस्व प्रदान करने वाले रजिस्ट्री विभाग ने एक बार फिर गाइड लाइन में बदलाव करने की कवायद शुरू कर दी है। आने वाले समय मे लोगों को जमीन की खरीदी पर रजिस्ट्री कार्यालय में स्टाम्प ड्यूटी के रूप में ज्यादा दाम चुकाने पड़ सकते हैं। जिसके संकेत भी रजिस्ट्री कार्यालय से जुड़े अधीकारियों ने देकर बकायदा इसकी पुष्टि भी कर दी है।
पॉश इलाकों औऱ मुख्य मार्गों की जमीनों के बढेंगे दाम
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नियम के मुताबिक शासन स्तर पर समय समय पर रजिस्ट्री गाइड लाइन में संशोधन किए जाने का प्रावधान किया गया है। इसी प्रावधान को दृष्टिगत रखते हुए। रजिस्ट्रार कार्यालय से जुड़े अधिकारियों को गाइड लाइन में संधोधन किये जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इन निर्देशों के मिलने के बाद विभाग ने इस पर अमल भी शुरू कर दिया है। प्राप्त निर्देशों में जिले के उन क्षेत्रों में रजिस्ट्री के दाम बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है, जिन क्षेत्रों में लोग अपना आशियाना बनाने के लिए ज्यादा उत्साहित हैं और जहां जमीनों की रजिस्ट्रियां भी ज्यादा हो रही हैं। ऐसे इलाकों को चिन्हित कर बकायदा इसकी सूची तैयार करवाई जा रही है। जानकारी के मुताबिक जमीनों के मूल्यांकन के लिए तीन समितियां गठित की गई हैं। सबसे पहले अनुभाग स्तर पर मंथन होने किया जा रहा है।
समिति द्वारा अपने क्षेत्रों में जमीनों का मूल्यांकन कर इसकी रिपोर्ट उप जिला मूल्यांकन समिति को सौंपी जाएगी । उप जिला समिति द्वारा इसका सूक्ष्मता से अध्ययन किया जाकर रिपोर्ट राज्य केंद्रीय मूल्यांकन समिति को भेजा जाएगी। जहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही नई गाईड लाइन जारी किए जाने पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी । नई गाइडलाइन में जिले के किन इलाकों में किस तरह और कितना किया जाएगा। इसका खुलासा गाइड लाइन जारी होने के बाद ही हो पाएगा, लेकिन यह साफ है कि आने वाले दिनों में संपत्ति का मूल्य बढ़ना लगभग तय माना जा रहा है।
शासन को मिलेगा तगड़ा राजस्व, विक्रेताओं को भी होगा फायदा
यदि भविष्य में कुछ रिहायशी क्षेत्रों में संपत्ति के मूल्य निर्धारण में वृद्धि की जाती है तो शासन को मिलने वाले राजस्व में अप्रत्याशित व्रद्धि देखने को मिलेगी। रजिस्ट्री के जरिए शासन को पहले से ज्यादा राजस्व मिलेगा। साथ जमीनों की खरीद फरोख्त का व्यवसाय करने वाले रियल स्टेट कारोबारियों को भी इसका फायदा मिलना तय माना जा रहा है। इस व्यवसाय से जुड़े कुछ कारोबारियों का कहना है कि रजिस्ट्री गाइड लाइन में यदि सम्पतीयों का मूल्य बढ़ता है तो उन्हें भी प्रति वर्गफुट के आधार पर अपने रेट तय करने पड़ेंगे, लेकिन उन क्रेताओं पर इसका बोझ ज्यादा पड़ेगा, जिन्हें अपनी खुद की छत और आशियाना बनाने के लिए जमीन खरीदनी पड़ेगी, क्योंकि स्वाभाविक सी बात है कि शासन द्वारा तय की गई गाइड लाइन के आधार पर ही विक्रेताओं और क्रेताओं को संपत्ति की रजिस्ट्रियां करानी होगी।
इनका कहना….
शासन के निर्देश मिलने के बाद इस पर काम शुरू कर दिया गया है। संभवत: गाइडलाइन संधोधन में उन इलाको में रजिस्ट्री के दाम बढ़ सकते हैं, जहां रजिस्ट्रियां ज्यादा हो रही हैं।
दिनेश कौसले, उप पंजीयक, रजिस्ट्रार कार्यालय बैतूल