Betul News: एक छात्रा मिली गर्भवती तो सभी का कर दिया प्रेगनेंसी टेस्ट
Betul News: One student was found pregnant so everyone did pregnancy test

नियम विरूद्ध सभी का टेस्ट करने पर उठे सवाल, बात बढ़ी तो अधिकारी एक दूसरे पर टालने का कर रहे प्रयास
Betul News: बैतूल। शाहपुर ब्लॉक के एक गांव में दुष्कर्म का शिकार हुई स्कूली छात्रा के गर्भवती होने पर प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। अपने को बचाने के चक्कर में अधिकारी खुद तरह-तरह के बयान देते आ रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि एक छात्रा की प्रेगनेंसी रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद सभी का टेस्ट करने से हड़कंप मच गया है। नियम में यह नहीं आता है, लेकिन अपने आप को बचाने के लिए प्रशासनिक अमले ने स्कूल की सभी नाबालिग छात्राओं के प्रेगनेंसी टेस्ट कर डाले। यह बात खुद शाहपुर बीएमओ ने मीडिया को दिए अपने बयान में कबूल किया है। पहले चर्चा थी कि एसडीएम शाहपुर के निर्देश पर बीएमओ ने यह टेस्ट किए, लेकिन अब पूरे मामले से पल्ला झाड़ा जा रहा है। फिलहाल इतना बड़ा मामला होने के बाद प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं दबी जुबान से पालकों में भी आक्रोश पनप रहा है।
सूत्रों ने बताया कि शाहपुर ब्लाक के करीब एक ग्राम में हाईस्कूल की 10 वीं कक्षा की छात्रा विभागीय परीक्षण के दौरान गर्भवती पाई गई। इस स्कूल में कितने दिन बाद छात्राओं का परीक्षण हुआ था, इस बारेे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन नाबालिग छात्रा के गर्भवती निकलने के बाद अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में उसे जांच के लिए शाहपुर स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था। यहां उसे आगे के इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया। मेडिकल रिपोर्ट में छात्रा का गर्भवती होना सामने आया। हालांकि तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने आरोपी को भी हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। अब इस मामले में नया ट्वीस्ट आने से हड़कंप मच गया है।
एक छात्रा के बहाने सभी का कर दिया टेस्ट
बताया जाता है कि एक छात्रा के गर्भवती होने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य करीब 20 छात्राओं का भी प्रेगनेंसी टेस्ट कर दिया गया। यह घटना शनिवार की बताई जा रही है, लेकिन अब तक इस मामले को दबाकर रखा था। चूंकि 10 वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा की प्रेगनेंसी रिपोर्ट पाजीटिव आई थी, इसलिए अधिकारियों ने भी गंभीरता दिखाते हुए इस मामले में त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी थी, लेकिन एक छात्रा के गर्भवती होने पर बाकी सभी के प्रेगनेंसी टेस्ट करने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
नियमों में इस तरह का प्रावधान नहीं
इधर नियमों की बात करें तो पालकों की अनुमति के बिना किसी भी स्कूल में छात्राओं का प्रेगनेंसी टेस्ट नहीं किया जा सकता है। इतना जरूर है कि रूटिन चेकअप स्वास्थ्य विभाग द्वारा करने के प्रावधान है। नियमों के मुताबिक यदि कोई छात्रा यदि गर्भवती हो तो, उसकी जांच के लिए पहले परिजनों से अनुमति लेना पड़ता है। शाहपुर ब्लॉक के स्कूल में जिस तरह नियमों को ताक पर रखकर प्रेगनेंसी टेस्ट किया गया, यह नियम के विरूद्ध है। दूसरी बात यह सामने आई है कि एक छात्रा की प्रेगनेंसी रिपोर्ट पाजीटिव आने के बाद अन्य सभी 20 छात्राओं के भी प्रेगनेंसी टेस्ट कर दिए गए। इसके लिए उनके पालकों से भी अनुमति लेना उचित नहीं समझा। अधिकारियों के मुताबिक यह मामला संवेदनशील है, लेकिन यहां अधिकारियों ने ही संवेदनशीलता को ताक पर रख दिया, इसलिए प्रशासन की पूरी कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
बीएमओ ने माना सभी छात्राओं के हुए टेस्ट
स्कूली छात्रा के गर्भवती होने की पुष्टि होने के बाद अधिकारी अपने आप को बचाओं की मुद्रा में देखे गए। हालांकि छात्रा को जब शाहपुर जांच के लिए लाया गया तो इसके बाद शाहपुर बीएमओ डॉ एसके रघुवंशी ने मीडिया को दिए बयान में स्पष्ट किया कि एक छात्रा के गर्भवती होने पर अन्य सभी के प्रेगनेंसी टेस्ट किए गए है। इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का उल्लेख किया है, लेकिन कितनी छात्राओं की रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है, उनके पत्र में उल्लेख नहीं है। चूंकि मामला संवेदनशील होने के साथ गंभीर था, इसलिए क्षेत्र के एसडीएम ने भी मामले को लेकर नाराजगी जताई थी। हालांकि पूरी छात्राओं का प्रेगनेंसी टेस्ट कराने के बाद अधिकारी अपने आप को बचाने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रहे हैं। इस संबंध में बीईओ एसके नामदेव से चर्चा करने का प्रयास किया तो उन्होंने मीटिंग का बाहना बनाकर बात करने से इंकार कर दिया।
इनका कहना…
यह मामला संवेदनशील है। इस बारे में सीएमएचओ और सिविल सर्जन ही नियमों को अच्छे से जानते हैं। उनसे चर्चा करके कुछ कह पाऊंगा।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर बैतूल।
शासकीय नियमों के अनुसार सभी छात्राओं का प्रेगनेंसी टेस्ट नहीं कराया जा सकता है। यदि इस मामले में कोई शिकायत या आवेदन आता है तो हम वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएंगे।
डॉ रविकांत उइके, सीएमएचओ बैतूल
यह बात गलत है कि मुझसे बीएमओ द्वारा सभी छात्राओं के प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए अनुमति ली है। आप इस संबंध में बीएमओ से चर्चा कर सकते हैं।
अभिजीत सिंह, एसडीएम शाहपुर
मैंने ऐसा नहीं कहा था कि सभी छात्राओं के प्रेगनेंसी टेस्ट हुए है। केवल एक छात्रा का टेस्ट पाजीटिव आने पर उसे इलाज के लिए भेजा गया है। इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं कह पाऊंगा।
डॉ एसके रघुवंशी, बीएमओ शाहपुर