Betul Samachar: आदिवासी कन्या छात्रावास में फिर मिला पुरूष चौकीदार, बीईओ ने किया चलता
Betul Samachar: Male watchman again found in tribal girls hostel, BEO removed him

आखिर किसकी अनुमति से छात्रावास में रखे गए थे पुरुष कर्मचारी? कटघरे में अधिकारी
Betul Samachar: बैतूल। जनजातीय कार्य विभाग के छात्रावास और स्कूलों में नियम विरुद्ध काम एक एक कर अखबारों की सुर्खियां बन रहे हैं। भंैसदेही ब्लॉक का थपोड़ा स्थित जो आदिवासी छात्रावास पिछले दिनों सीसीटीवी कैमरों को लेकर विवादों में आया था। इसी छात्रावास में नियम विरुद्ध तरीके से पुरूष कर्मचारी दिलीप पवार की मौजूदगी ने भी अधिकारियों की मंशा पर सवाल खड़े किए थे। इसी छात्रावास में एक अन्य पुरुष कर्मचारी की मौजूदगी फिर सामने आई है।
बताया जा रहा है कि अनिल पांसे नामक यह कर्मचारी भी कन्या छात्रावास में पिछले लंबे समय से चौकीदारी कर रहा था। जबकि नियमसनुसार कन्या छात्रावासों में पुरूष नाम का परिंदा पर भी नहीं मार सकता। बावजूद इसके अधीकारियों की शह और अनदेखी के चलते दोनो पुरुष कर्मी छात्रावास में कई सालों से चौकीदारी करते रहे , बल्कि इन्ही में से एक कर्मचारी दिलीप पवार के खिलाफ छात्राओं ने गम्भीर आरोप भी लगाए थे, लेकिन जनजातीय कार्य विभाग के अधिकारियों पर अभी भी इसका कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है।
बीईओ को ही नहीं पता कहां से आ गया कर्मचारी
जनजातीय कार्य विभाग के छात्रावासों के संचालन के लिए लाखों रुपए का सालाना बजट दिया जाता है। संचालन और छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सख्त नियम बनाये गए हैं। लेकिन बावजूद इसके छात्रावास में चौकीदारी के लिए दो पुरुष कर्मचारियों की मौजूदगी ने बीईओ, अधीक्षिका समेत तमाम अधीकारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया हस। मानो छात्रावासों में कोई बड़ी घटना घटने के इंतजार किया जा रहा हो। इस मामले को लेकर बीईओ के बयान पर नजर डालें तो प्रतीत हो रहा है कि उच्च अधीकारियों समेत तमाम कर्मचारियों ने छात्रावासों और छात्राओं को भगवान भरोसे छोड़ रखा है।
बीईओ जीसी सिंह को जब यह बताया गया की इसी छात्रावास में अनिल पांसे नामक एक अन्य कर्मचारी भी लम्बे समय से चौकीदारी में लगा हुआ है। तो उनका कहना था कि मुझे भी कल ही इस बात का पता चला है। कल शाम को ही पुरुष चौकीदार अनिल पांसे को वहां से हटाए जाने की कार्यवाही की गई है। यानी छात्रावास में लम्बे समय से नियम विरुद्ध तरीके से पुरुष कर्मचारी से चौकीदारी कराती रही और बीईओ को इसका पता तक नहीं चला। इससे साफ है कि स्थानीय स्तर पर छात्रावासों का नियमित निरीक्षण करने में भी कोताही बरती जा रही है।
छात्रावासों में चल रहा मनमाना संचालन
जिस तरह से थपोड़ा स्थित कन्या छात्रावास में एक के बाद एक नियम विरुद्ध किए जा रहे कारनामे सामने आ रहे हैं। उसके बाद प्रशासन की यह जिम्मेदारी बनती है कि वो जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित सभी छात्रावासों का स्पेशल अधिकारी की टीम बनाकर औचक निरीक्षण कराए। इससे यह पता लग सके कि नियमों के पालन सहित छात्रावासों में रहने वाली छात्राएं सुरक्षित हैं या नहीं। जनजातीय कार्य विभाग के छात्रावासों में सब कुछ कभी ठीक नहीं होता। यदि औचक निरीक्षण कराया जाए तो आधे से ज्यादा छात्रावास ऐसे मिल जाएंगे, जहां मनमाने तरीके और नियम विरुद्ध जाकर इनका संचालन किया जा रहा है।
इनका कहना…..
छात्रावास में एक और पुरूष चौकीदार होने की जानकारी मिलने के बाद उसे हटा दिया गया है। अन्य छात्रावासों का निरीक्षण किया जा रहा है।
जीसी सिंह, बीईओ भैसदेही