Dengue: अब लोगों को डराने लगा डेंगू, तीन महीने में मिले 15 मरीज
Dengue: Now dengue started scaring people, 15 patients found in three months

प्रत्येक ब्लॉकों में एक-एक, दो-दो मरीज आ रहे सामने
Dengue: बैतूल। बारिश के दिनों में जिले में डेंगू ने पांव पसार दिए हैं। बढ़ते मरीजों की संख्या ने अब लोगों को डराना शुरू कर दिया है। डेंगू की बीमारी का समय पर इलाज नहीं हुआ तो मरीज की जान तक जाने की संभावना बनी रहती है। जिले के प्रत्येक ब्लॉकों में एक-एक, दो-दो मरीज सामने आ रहे हैं। मलेरिया विभाग डेंगू को नियंत्रित करने में लगा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जून माह से लेकर अब तक जिले में डेंगू के कुल 15 मरीज मिल गए हैं। डेंगू के मरीजों की संख्या को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि अब डेंगू ने पूरे जिले में पांव पसार दिए हैं। गांव-गांव में सर्दी, बुखार के मरीज मिलने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनके द्वारा किए गए एलाइजा टेस्ट को ही डेंगू पॉजिटिव मानते हैं। किट द्वारा टेस्ट किए गए मरीजों को स्वास्थ्य विभाग डेंगू नहीं मानते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डेंगू की जांचें भी हो रही हैं, लेकिन बहुत कम मरीज सामने आ रहे हैं। अभी जिले में डेंगू की बीमारी पूरी तरह नियंत्रण में है। जनवरी से अब तक डेंगू के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो डेंगू के कुल 20 मरीज सामने आए हैं। हालांकि डेंगू का इलाज होने पर कई मरीज ठीक भी हो गए। तीन मरीजों की जांच भोपाल में हुई जिन्हें डेंगू पॉजिटिव पाया गया था।
नियंत्रण के बावजूद बढ़ रहे मरीज
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भले ही डेंगू नियंत्रित होने की बात कह रहे हैं, लेकिन नियंत्रण के बावजूद भी मरीज सामने आ रहे हैं। डेंगू नियंत्रण को लेकर कोई ठोस कदम उठाए जाते तो इतने मरीज सामने नहीं आते। अधिकारियों का कहना है कि बारिश में जहां भी पानी इक_ा हो रहा हैं और मच्छर पनप रहे हैं। वहां दवाई का छिड़काव भी किया जा रहा है।
घरों में लार्वा सर्वे का काम जारी है। छतों के ऊपर टूटे बर्तनों में जमा पानी में लार्वा मिल रहा है। सर्वे टीम द्वारा कई जगह से लार्वा नष्ट किया गया। लोगों को डेंगू बीमारी के संबंध में जागरूक भी किया जा रहा हैं ताकि बीमारी पर नियंत्रण बना रहे।
2.60 लाख मच्छरदानियों का वितरण
मलेरिया और डेंगू के नियंत्रण को लेकर जिले के आठ ब्लॉकों में 2 लाख 60 हजार मच्छरदानियों का वितरण किया गया है। इसके बावजूद भी डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। खासतौर पर यह मच्छरदानी मलेरिया नियंत्रण के लिए वितरित की है।
प्रभातपट्टन और मुलताई दो ऐसे ब्लॉक हैं जहां मच्छरदानियों का वितरण नहीं किया है। अधिकारियों के मुताबिक इन दो ब्लॉकों में कई महीनों से मलेरिया के मरीज सामने नहीं आए हैं। हालांकि डेंगू के इक्का-दुक्का मरीज जरूर मिले हैं। मच्छरदानी वितरित करते समय लोगों को मच्छरदानी लगाने के संबंध में जागरूक भी किया है।
इनका कहना
बारिश के कारण डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। हालांकि डेंगू की बीमारी अभी पूरी तरह से नियंत्रण में है। लार्वा सर्वे और डेंगू की जांच लगातार चल रही है।
जितेंद्र राजपूत, जिला मलेरिया अधिकारी बैतूल
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