Betul News: बैतूल-मुलताई-प्रभात पट्टन होते हुए बिछेगी रेलवे की चौथी लाइन
Betul News: Fourth line of railway will be laid via Betul-Multai-Prabhat Pattan.

978 किमी रेलवे लाइन के लिए मिट्टी के सेंपल लेने का काम तेज, जिले के 88 गांवों को किया है चिन्हित
Betul News: बैतूल। रेलवे द्वारा आने वाले दिनों में चौथी रेलवे लाइन बिछाने का काम किया जाएगा। इसको लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे ट्रेक निर्माण करने वाली कंपनी ने चौथी लाइन बनाने को लेकर सर्वे का काम भी प्रारंभ कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रेलवे द्वारा इटारसी से विजयवाड़ा तक 978 किलोमीटर की चौथी रेलवे लाइन बेचने का काम किया जाएगा। चौथी रेलवे लाइन को लेकर जमीनी सर्वे का काम हो चुका है। अब पूरे ट्रैक रूट की मिट्टी का परीक्षण करने के लिए नमूने लिए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक इटारसी से जुझारपुर, बरेठा, मुलताई, प्रभात पट्टन, पांढुर्णा से होते हुए नागपुर तक 250 किलोमीटर ट्रैक में आने वाले पुल-पुलियाओं के पास से मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं।
सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले दिनों में चौथी रेलवे लाईन का काम भी प्रारंभ हो जाएगा। चौथी रेलवे लाईन के सर्वे की जिम्मेदारी हैदराबाद की आर्वी एसोसिएट्स कंपनी को दिया गया हैं। कंपनी द्वारा सैंपल के लिए मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं।
बैतूल में 88 गांवों को किया चिन्हित
चौथी रेलवे लाईन बिछाए जाने को लेकर कंपनी ने सर्वे किया है, जिसमें इटारसी के 9 और बैतूल के कुल 88 गांवों को चिन्हित किया हैं। भारतीय रेलवे उत्तर से दक्षिण के बीच माल परिवहन में तेजी लाने के लिए इटारसी से विजयवाड़ा के बीच 978 किमी लबें डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर पर काम शुरु किया हैं। कॉरिडोर में अप-डाउन के लिए तीसरी और चौथी रेलवे लाईन डालने की योजना पर काम किया जा रहा हैं। चौथे ट्रेक पर केवल मालगाड़ी चलेगी।
कई रेलवे गेट किए जाएंगे बंद
जानकारी के मुताबिक रेलवे के इस कॉरिडोर में इटारसी, बैतूल, नागपुर, आमला, नरखेड़, विजयवाड़ा सहित कई बड़े स्टेशन आएंगे। रेलवे की यह चौथी लाइन वर्तमान ट्रेक से अलग रूट पर रहेगी। कुछ स्थानों से यह लाइन पुरानी रेलवे लाइन होते हुए गुजरेगी। इसमें कुछ नए स्टेशन भी बनने की संभावना हैं। यह नया ट्रक 110 किमी की गति के लिए मुफीद होगा। पवारखेड़ा, सोना सावरी सहित आमला से लेकर ताकू स्टेशन तक कुल 11 रेलवे गेट को बंद किया जाएगा। चौथी रेलवे लाईन को लेकर अभी से काम शुरु हो चुका हैं। सर्वे के बाद आने वाले दिनों में चौथी लाइन का काम भी प्रारंभ हो सकता हैं।
नया स्टेशन बने तो मिलेगा लोगों को लाभ
978 किमी की चौथी लाइन के लिए दक्षिण की कंपनी इस समय मिट्टी के परीक्षण में लगी हुई है। परीक्षण के बाद जैसी स्थिति बनती है, उसके हिसाब से नए स्टेशनों को भी निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। वैसे रेलवे ने जिले के 88 गांव को चौथी लाइन के लिए चिन्हित किया है, लेकिन हर गांव में स्टेशन बनाया जाना संभव नहीं है।
फिर भी संभावना है कि जिले से होकर जाने वाली चौथी लाइन में कई नए स्टेशन बन सकते हैं। इन स्टेशन भले ही यात्री गाड़ी नहीं चलेगी, लेकिन माल गाड़ी के चलने से भी इन गांवों को कहीं ना कहीं फायदा हो सकता हैं। सूत्र बताते हैं कि यदि कुछ गांव में मालगोदाम की रैक बनती हैं तो गांव के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल सकते हैं।