Betul Samachar: 62 उप स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण जारी, स्टॉफ की कमी का रोना बरकरार
Betul News: Construction of 62 sub health centers continues, cries of shortage of staff persist

नई भर्ती के भरोसे स्वास्थ्य महकमा, एक केंद्र पर पड़ेगी 4 कर्मचारियों की जरूरत
Betul Samachar: बैतूल। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नागरिकों को मौके पर ही मिले, इसके लिए विभागीय स्तर पर आधा सैकड़ा से अधिक उप स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है। यह सभी केंद्र अलग ब्लॅाकों में आने वाले ग्रामीण इलाकों में बनाए जा रहे हैं। विभाग में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी तो वैसे ही बनी हुई है। बताया जाता है कि इन स्वास्थ्य केंद्रों के तैयार ही जाने के बाद इनके संचालन के लिए स्टॉफ की पूर्ति आखिर कैसे की जाएगी। जबकि मौजूदा हालात यह है कि सभी सरकारी अस्पतालों में स्टाफ की कमी पहले से बनी हुई है। ऐसे में क्या इन केंद्रों के बन जाने के बाद मंशानुसार लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल पाएगी। यह आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन विभागीय अधिकारियों का दावा है कि तब तक शासन नई भर्ती कर लेगा। इनमें से ही कर्मचारी केंद्रों पर पदस्थ किए जाएंगे, लेकिन यह कब तक सम्भव हो पाएगा। इसका जवाब खुद अधिकारियों के पास भी नहीं है।
जिले में 62 उप स्वास्थ्य केंद्रों का किया जा रहा निर्माण
वर्तमान में जिले के 10 ब्लॉकों के ग्रामीण इलाकों में कुल 324 उप स्वास्थ्य केंद्र विभाग संचालित कर रहा है। जानकारी के मुताबिक यह केंद्र भी स्टॉफ की कमी के चलते जैसे-तैसे संचालित किए जा रहे हैं। कई केंद्रों पर स्टॉफ के अभाव में कभी कभी लोगों को समय पर सुविधा देना भी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा वर्तमान में करीब 62 नए उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माणाधीन हैं।
इनका काम चल रहा है। विभागीय जानकारी के मुताबिक एक केंद्र पर, सीएचओ, एएनएम, आशा, सहित करीब 4 कर्मचारियों की आवश्यकता होगी, तब ही केंद्र सुचारू रूप से संचालित हो पाएगा। इस हिसाब से स्वास्थ्य विभाग को 62 केंद्र संचालित करने के लिए करीब 250 कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ेगी। ऐसे में इस स्टॉफ की पूर्ति कहां से हो पाएगी और लोगों को सुविधा कैसे प्रदान की जाएगी। यह सबसे बड़ा सवाल आने वाले समय मे विभाग के सामने खड़ा होना तय है। करोड़ों की लागत खर्च कर केंद्र बनाए तो जा रहे हैं , लेकिन कहीं ऐसा न हो जाए कि स्टाफ की कमी के चलते शासन को करोड़ो रुपए राजस्व की हानि झेलनी पड़े और केंद्र शो पीस बनकर खड़े रहें।
16 हजार भर्ती के भरोसे स्वास्थ्य विभाग
इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में आगे पाट पीछे सपाट वाली स्थिति साफ तौर पर नजर आ रही है, क्योंकि मौजूदा हालातों में स्वास्थ्य विभाग वैसे ही स्टाफ की कमी से जूझ रहा है और इन नए केंद्रों के बन जाने के बाद विभागीय अधिकारियों के सामने स्टॉफ की पूर्ति करना किसी चैलेंज से कम नहीं होगा। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि शासन द्वारा 16 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती की घोषणा की गई है। इस भर्ती के माध्यम से चयनित कर्मचारी ही केंद्रों का संचालन संभालेंगे, लेकिन शासन स्तर पर होने वाली 16 हजार कर्मचारियो की भर्ती कब तक होगी। इसका अभी दूर दूर तक कोई अता पता नहीं है। दिल्ली अभी काफी दूर नजर आ रही है। ऐसे में 62 उपस्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण का मतलब क्या निकलेगा, यह आने वाला वक्त ही बताएगा।
इनका कहना…..
62 उप स्वास्थ्य केंद्र नए बनाए जा रहे हैं। लागत की जानकारी मुझे नहीं है। नई भर्ती में जो कर्मचारी चयनित होंगे उन्हें केंद्रों का संचालन सौंपा जाएगा।
डॉ राजेश परिहार, सीएमएचओ बैतूल