Betul News: बैतूल की कृषि मंडी में नीचे से लेकर ऊपर तक लेनदेन का बड़ा मकड़जाल! सांझवीर के स्टिंग में खुलासा, शिकायत हुई तो अधिकारी मौके पर पहुंचे, औपचारिकता निभाकर लौटे
Betul News: A huge web of transactions from top to bottom in Betul's Krishi Mandi! Revealed in Sanjveer's sting

यदि मंडी में आप से भी उपज तुलावट के लिए मांग रहे अलग सर राशि तो इन नम्बरों पर करें शिकायत
Betul News: बैतूल। यह बात अब डंके की चोट पर कही जा सकती है कि कृषि उपज मंडी में नीचे से लेकर ऊपर तक लेनदेन का मकड़जाल फैला हुआ है। इस फैलते हुए मकड़जाल का शिकार जिले के दूर-दराज से आने वाले भोले-भाले किसान हो रहे हैं। इन्हें अपनी उपज की तुलाई के लिए एक नहीं तो मर्तबा भुगतान करना पड़ रहा है। इस भुगतान का हिस्सा हम्मालों से लेकर छुटभैया व्यापारियों, मंडी के निरीक्षणकर्ताओं और वरिष्ठों तक पहुंच रहा है। यह बात किसान की उपज न खरीदने के बाद मंडी पहुंची सांझवीर टाईम्स की टीम के स्टिंग में स्पष्ट हो गया। मंडी में यह पूरा खेल छोटे स्तर से शुरू होकर बड़े स्तर पर खत्म हो रहा है। अब देखना यह है कि जिले की जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस मामले में क्या करते हैं।
जिला मुख्यालय की ए ग्रेड की कृषि उपज मंडी में इस समय गेहूं, सोयाबीन, मक्का की बंपर आवक हो रही है। किसान अच्छे दाम होने के कारण अपनी उपज बेचने के लिए कृषि मंडी पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें बिचौलियों की लूट का शिकार होना पड़ रहा है। जिस किसान ने इन बिचौलियों के खिलाफ आवाज उठाई, उनकी उपज को नई तौलने का फरमान जारी कर दिया जाता है। वह सिर पटक ले, लेकिन मंडी में फैली यह अव्यवस्था से मकड़जाल से उसका निकलना आसान नहीं है। दरअसल यहां हम्मालों से लेकर बिचौलिए और कृषि मंडी में कार्यरत कर्मचारी की पूरी मिलीभगत है। इसके ऊपर बैठे प्रशासन के अधिकारियों को भी इस बात का आभाष है कि मंडी में यह खेल लंबे समय से चल रहा है।
ऐसे चल रहा पूरा खेल
सांझवीर टाईम्स एक किसान सुरेश कुमार गीदकर की मोबाइल पर लगातार शिकायत और मंडी में उसके साथ अवैध वसूली के बाद ्रसोमवार शाम कृषि मंडी पहुंची। सबसे पहले टीम ने किसान से चर्चा की तो उसने खुलकर अपना दुखड़ा बताया कि उसकी सुबह से गेहूं की उपज व्यापारियों ने खरीद ली है, लेकिन तथाकथित बिचौलिए और हम्माल 2 हजार रुपए मांग रहे थे। जब उसने इंकार किया तो यह सौदा 1 हजार पर आ टिका, लेकिन अपने फैसले पर अटल किसान गीदकर ने रुपए देने से इंकार किया तो 6 घंटे तक उसकी उपज नहीं नापी गई, जबकि सचिव के पीछे वाले शेड में उसके अलावा शेष किसानों की उपज पहले ही नापी जा चुकी थी। टीम ने यहां पर पहुंचकर नापकर्ता कर्मचारी और गार्ड से चर्चा की तो उन्होंने भी स्पष्ट शब्दों में कहा कि मंडी में यह प्रथा चली आ रही है। हम लोग भी कुछ नहीं कर सकते हैं। उपज न तौलने की आम है। उनके इतना कहते ही स्पष्ट हो गया कि कृषि उपज मंंडी में हर दिन किसानों के जेब पर बिचौलिए, हम्माल और अधिकारी तक डाका मार रहे हैं।
विधायक-कलेक्टर को शिकायत तो एसडीएम पहुंचे
किसान के हित में एक बार फिर सांझवीर टाईम्स आवाज बना और मंडी पहुंचकर सबसे पहले विधायक हेमंत खंडेलवाल और कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को मंडी की इस व्यवस्था के बारे में जानकारी दी तो दोनों इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल उन्होंने एसडीएम राजीव रंजन कहार को मौके पर पहुंचे। उन्होंने सांझवीर टाईम्स की टीम के सामने किसान से चर्चा की। किसान अपनी पीड़ा बता ही रहा था कि 2-3 अन्य किसान भी यहां पर पहुंच गए। उन्होंने भी रुपए न देने पर उपज न तौलने की शिकायत की। हालांकि एसडीएम यहां संबंधितों पर कार्रवाई करने के बजाए हम्मालों और व्यापारियों को बुलाकर संबंधितों की फसल की नपाई करवाकर कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। नियम के अनुसार किसान की शिकायत पर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना था, ताकि अन्य किसान लूटने से बच सके, लेकिन खेद की बात यह है कि सबकुछ सांझवीर टाईम्स की टीम के सामने हुआ और अधिकारी सिर्फ मामले को रफा-दफा करने में जुटे रहे।
हमारी अपील: लूट का शिकार किसान करें शिकायत
बीती शाम एक किसान के मार्मिक अनुरोध पर सांझवीर टाईम्स की टीम ने मंडी पहुंचकर जो नजारा देखा तो एक नहीं कई किसान यहां पर पहुंच गए और अपनी आपबीती बताने लगे। सभी ने एक स्वर में कहा कि बिना रुपए के हम्माल तुलाई नहीं कर रहे हैं। इसके बाद हमने विधायक खंडेलवाल और कलेक्टर को फोन लगाया तब उन्होंने एसडीएम को मौके पर भेजा, लेकिन उन्हें भेजने के बाद पूरा मामला रफा-दफा हो गया। बिचौलिया और हम्मालों पर कार्रवाई नहीं की जा सकी। इसके बाद हमने निर्णय लिया है कि मंडी में हमारी टीम रोज निरीक्षण करेंगी और किसानों की समस्या को करीब से जानेगी। यदि कोई किसान बिचौलिया और हम्मालों की लूट का शिकार होता है तो कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के मोबाइल नंबर 7692970993, एसडीएम राजीव कहार के मोबाइल 9425169488, कृषि मंडी सचिव एके आहके के मोबाइल नंबर 9893163334 और सांझवीर टाईम्स को 7974013859 या 9827340514 पर संपर्क कर सकते हैं।
इनका कहना…
आपकी शिकायत पर कलेक्टर से चर्चा की गई थी। उन्होंने तत्काल एसडीएम को मौके पर भेजा। कृषि मंडी में तुलावट के लिए अलग से पैसा नहीं लिए जाने की व्यवस्था बनाने के लिए सचिव को भी निर्देश दिए हैं।
हेमंत खंडेलवाल, विधायक बैतूल
कृषि मंडी में किसानों को उपज तौलने के अलग से पैसे की शिकायत के बाद एसडीएम को मौके पर भेजा गया है। वे शिकायत पर तत्काल मंडी पहुंचकर निरीक्षण करेंगे।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर बैतूल