Betul Ki Khabar : घर में बैठकर निपटाए जा रहे सहकारी समितियों के आडिट
Betul Ki Khabar : Audits of cooperative societies are being done sitting at home

बेखबर डीआर, बोले- मेरी जानकारी में नहीं है, सहकारिता के नियमों की उड़ रही धज्जियां
Betul Ki Khabar : बैतूल। सहकारिता के क्षेत्र का विभागीय अधिकारी दुधारू गाय के रूप में जमकर दोहन कर रहे हैं। खुद विभाग प्रमुख तक इसे रोकने में नाकामयाब दिखाई दे रहे हैं। हद तो तब है जब समितियों के आडिट घर मे बैठकर निपटाए जा रहे हैं, लेकिन विभाग प्रमुख का इस पर कंट्रोल न होना बड़े सवाल खड़े कर रहा है। जब पंजीयक सहकारी समितियों से इस बाबत पूछा गया तो पहले तो उन्होंने ऐसी किसी जानकारी के होने से ही इनकार कर दिया, लेकिन जब उन्हें वास्तविकता से परिचित कराया गया तो उन्होंने कार्यवाही का भरोसा दिलाया है।
सूत्रों के अनुसार सहकारिता विभाग के कंट्रोल में इस समय कुल 1092 सोसायटी काम कर रही हैं। इन सोसायटियों के आडिट के लिए सहकारिता विभाग के पास 9 ऑडिटर मौजूद हैं। नियम के मुताबिक ऑडिटरों को समितियों में पहुंचकर आडिट करना है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि सोसायटियों के रिकार्डों के ग_े ऑडिटरों के घरों की शोभा बढ़ा रहे हैं। घर बैठे समितियों के आडिट किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि आडिट के दौरान आडिट नोट में जो आपत्तियां दर्ज की जाती हैं, उन आपत्तियों के निराकरण हुए या नहीं इसे देखने मे भी लापरवाही बरती जा रही है। यानी कि पूरी सहकारिता आगे पाट पीछे सपाट की तर्ज पर संचालित की जा रही है।
एक साल में मात्र 24 सोसायटियों के ही हुए आडिट
इस पूरे मामले को लेकर जब पंजीयक सहकारी समितियां यानी कि डीआर से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 के वित्तीय वर्ष में 1092 समितियों में से अभी केवल 24 सोसायटियों के ही आडिट हो पाए हैं वो भी तब जब सहकारिता विभाग के पास 9 ऑडिटर मौजूद हैं। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि सहकारिता विभाग की समस्त कार्यप्रणाली को ऑन लाइन अपडेट किए जाने का काम चल रहा है। अब यह काम कब तक पूर्ण हो पाएगा। आडिट कब तक किए जा सकेंगे। आडिट आपत्तियों के निराकरण कब तक हो पाएंगे। इसकी कोई समय सीमा तय नहीं है, लेकिन यह जरूर है कि पंजीयक सहकारी समिति ऑडिटरों की नकेल कसने के भरोसा जरूर दे रहे हैं।
इनका कहना….
सहकारिता विभाग को ऑनलाइन अपडेट किए जाने का काम चल रहा है। ऑडिटरों को निर्देशित किया गया है कि नियम के मुताबिक ही समितियों के आडिट किए जाए।
केके शिव, पंजीयक सहकारी समितियां जिला बैतूल