Betul Ki Khabar: गांव में डॉक्टर को देख खिलखिला उठे ग्रामीण
Betul Ki Khabar: Villagers burst into laughter after seeing the doctor in the village

भव्य स्वागत कर बोले- अब ना जाना साहब, गांव के लोग इलाज के लिए होते हैं परेशान
Betul Ki Khabar: बैतूल। लंबे समय से डॉक्टर की राह तक रहे जौलखेड़ा के ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जब उनके गांव में डॉक्टर पहुंचा। ग्रामीणों ने डॉक्टर का भव्य स्वागत किया। यह नजारा किसी आयोजन से कम नहीं लग रहा था। आधे से अधिक गांव के लोग डाक्टर के स्वागत के लिए पहुंचे थे।
दरअसल मुलताई तहसील का जौलखेड़ा गांव, जहां पर स्थाई डाक्टर की मांग लंबे समय से की जा रही थी। डाक्टर की कमी से लोगों को गांव में इलाज नहीं मिल पाता था, उन्हें मुलताई या बैतूल के चक्कर लगाने पड़ते थे। इमरजेंसी स्थिति में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति के बाद और ग्रामीणों की नाराजगी के बाद यहां पर दूसरे सेंटर से तीन दिन के लिए डॉक्टर की पदस्थापना की गई। इससे तीन दिन तो डॉक्टर मिल जाते थे, लेकिन इमरजेंसी में दिक्कतें बनी हुई थी। इससे मरीज और ग्रामीण परेशान थे।
शाल श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर किया स्वागत
बीते दिनों अंधारिया निवासी सेवानिवृत कर्मचारी नामदेव वर्मा के पुत्र का जौलखेड़ा में आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी के रूप में चयन हुआ। चयन होने के बाद उन्होंने जौलखेड़ा में पदभार ग्रहण किया। स्थाईतौर पर गांव में डॉक्टर के आने से लोग बेहद खुश हुए। गांव के लोगों औऱ किराड़ महासभा के पदाधिकारियों ने मिलकर डॉक्टर वर्मा का शाल-श्रीफल और प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। गांव के लोगों ने डॉक्टर से कहा कि अब कही मत जाना साहब गांव के लोग इलाज के लिए बेहद परेशान होते हैं।
इस पर डॉक्टर वर्मा ने कहा कि मेरा हर समय प्रयास रहेगा कि मरीजों की सेवा में ईमानदारी, लगन के साथ में काम करूं, क्योंकि मरीज की सेवा ही ईश्वरी सेवा है। उन्होंने भी लोगों से आग्रह किया कि अधिक से अधिक लोग सेवा का लाभ लें। इस अवसर पर महासभा के जिला अध्यक्ष दयाल पटेल हारोडे, नवयुवक जिला अध्यक्ष मदनलाल डढोरे, उपाध्यक्ष डीएस पटेल, हेमराज घीडोडे, धनराज नरवरे, रमेश गडेकर ,मनोहर लिलोरे, नीलकंठ लिलोरे ,डॉ बालाराम झाड़े मौजूद रहे।