Betul Ki Khabar: गन्ना कटाई- ढुलाई के नाम किसानों को बड़ा फटका
Betul Ki Khabar: Big rebuke to farmers in the name of sugarcane harvesting and transportation

मिल प्रबंधन और ठेकेदार की मिलीभगत से चल रहा खेल, लूटने को मजबूर धरती पुत्र
Betul Ki Khabar: बैतूल। जिले में इस समय में बड़े पैमाने पर गन्ना कटाई का काम चल रहा है। जिले की आधा दर्जन से अधिक शुगर मिल किसानों के गन्ने को खरीद तो रही है, लेकिन इसमें कई तरह की खामियां सामने आ रही हैं। भीमपुर ब्लाक में स्थित हनुमंत शुगर मिल जोगली में किसानों के साथ गन्ना ढुलाई और कटाई के नाम पर जमकर लूट मची है। यहां गन्ना कटाई और ढुलाई के नाम पर दोगुनी राशि वसूलने के कारण किसान आक्रोशित है। इसके बाद भी किसानों का गन्ना मशीन से कटने की गारंटी नहीं है। किसानों ने मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से ठेकेदारों और शुगर मिल संचालकों पर कार्रवाई की मांग की है।
क्षेत्र की किसानों की माने तो जोगली में हनुमंत शुगर मिल द्वारा शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक दाम पर राशि वसूल की जा रही है। शासन ने पिछले वर्ष 72 रुपए प्रति क्विंटल कटाई और ढुलाई की दर निर्धारित की थी, लेकिन यहां पर नियमों को ताक पर रखकर मिल प्रबंधन द्वारा 120 रुपए प्रति क्विंटल की राशि निर्धारित कर दी है। इससे किसानों को बड़ा फटका बैठ रहा है।
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जो किसान नहीं मानता, किसान कटाई से वंचित
किसानों ने बताया कि निर्धारित दर से अधिक राशि वसूलने पर विरोध करने वाले किसानों की गन्ना कटाई नहंी हो रही है। यह सिलसिला पिछले कई दिनों से चला आ रहा है। मिल प्रबंधन द्वारा निर्धारित 120 रुपए प्रति क्विंटल की दर से ही राशि वसूल की जा रही है। इस तरह यहां किसानों को 150 रुपए प्रति क्विंटल अपनी जेब से चुकाना पड़ रहा है। बीते वर्ष भी इसी तरह के मामले सामने आए थे। किसानों ने शिकायत भी की, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। किसान मजबूरी में लूटने को मजबूर हो गए।
ठेकेदार- शुगर मिल की मिलीभगत
क्षेत्र के किसान राजकुमार रायपुरे की माने तो यह पूरा खेल ठेकेदार और शुगर मिल की मिलीभगत से चल रहा है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को उनके पास मिल प्रबंधन का सुपरवाइजर लखन हरसुले दोपहर 2.30 बजे आया था। उसने बताया कि गन्ना काटने की मशीन आ गई है। कटाई के लिए तैयारी कर ले और सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा, लेकिन मशीन खेत में कटाई के लिए आने पर ही हस्ताक्षर करने को कहा।
इसके बाद लगातार फोन करने पर सुपरवाइजर फोन नहीं उठा रहा। यही के कर्मचारी हनुमान यादव को जब फोन पर मशीन लाने की बात कही तो कहने लगे कि तुम्हारे खेत में मशीन नहीं जाएगी। इस तरह से बहानेबाजी कर शुगर मिल प्रबंधन किसानों के साथ धोखा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी मिल प्रबंधन ने उन्हें आखरी तक गुमराह किया। 5 अप्रैल को मिल बंद होने के समय बैतूल के पूर्व विधायक निलय डागा के हस्तक्षेप के बाद गन्ना कटाई की गई थी। किसान और कांग्रेस नेता रायपुरे ने कलेक्टर से इस संबंध में कार्रवाई की मांग की है।