Betul Samachar: जिले से भी मौनी अमावस्या पर सैकड़ों ने लगाई प्रयाग में आस्था की डुबकी
Betul Samachar: Hundreds from the district also took a dip of faith in Prayag on Mauni Amavasya.

हादसे के बीच बैतूल के सभी लोग सुरक्षित
Betul Samachar: बैतूल। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में बीते दिनों चल रहे कुंभ में बुधवार को सबसे शुभ मुर्हूत माना गया है। दरअसल मौनी अमावस्या होने के कारण कुंभ का महत्व अमृत माना जाता है। इसी वजह कुंभ में 28 और 29 जनवरी को 10 करोड़ लोगों के पहुंचने की जानकारी सामने आ रही है। इस अमृत मौके पर कुंभ में डुबकी लगाने के लिए जिले से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयाग पहुंचे हैं।
इसी बीती रात संगम घाट जाने की भगदड़ में 20 से अधिक श्रद्धालुओं के निधन की खबर से अन्य लोग चितिंत है, लेकिन बैतूल से गए सभी लोगों अब तक सुरक्षित माने जा रहे हैं। बैतूल से कुंभ पहुंचे कई श्रद्धालुओं ने सांझवीर टाईम्स को अपनी कई बाते सांझा करते हुए बताया कि व्यवस्थाएं बिगड़ी जरूर थी, लेकिन सरकार ने जिस तरह व्यवस्था पटरी पर लाई इसकी मुक्तकंठ से प्रशंसा की जा रही है।
नगरपािलका बैतूल के अधीक्षक विजय हुद्दार 27 जनवरी को रात में सड़क मार्ग से कुंभ के लिए रवाना हुए थे। 28 जनवरी को कुंभ पहुंचने के बाद वे पूरा मेला घूमे। इसी दिन रात में हुद्दार ने सहपरिवार संगम में डुबकी लगाने के लिए तैयारियां की। इसी बीच जब वे संगम पहुंचने वाले थे। इसके पहले यहां पर हादसे की खबर से मन विचलित हुआ, लेकिन ईश्वर का नाम लेकर आगे बढ़ते रहे। उन्होंने बताया कि व्यवस्थाएं जरूर बिगड़ी, लेकिन प्रयाग में जिस तरह श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए पहुंचे।
व्यवस्थाएं बहुत बेहतर थी। उन्होंने बताया कि सुबह उन्होंने सहपरिवार संगम में डुबकी लगाई, इससे वे अभिभूत है। जिले के भीमपुर मंडल के पूर्व अध्यक्ष नीतिन गौतम ने भी बताया कि वे पिछले 3 दिनों से प्रयागराज में मौजूद है। श्रद्धालुओं का अपार जनसमूह यहां पर उमड़ा है, लेकिन योगी सरकार ने जिस तरह से व्यवस्थाएं बनाई है। उसकी जितनी प्रशंसा की जाए, वह कम ही है। उन्होंने बताया कि भगदड़ अफवाहों के कारण मची थी, लेकिन जिस तरह प्रशासन ने इस पर नियंत्रण किया उसकी मुक्त कंठ से प्रशंसा की जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि संगम में दोपहर तक जिले के अलावा पूरे देश-विदेश से श्रद्धालु डुबकी लगाकर गर्व महसूस कर रहे हैं। आमला के समाजसेवी निक्की ठाकुर एवं उनके मित्रों ने भी बुधवार मौनी अमावस्या पर डुबकी लगाई। देर रात हादसे के बाद हम लोग भी चिंतित थे, लेकिन सुबह तक जिस तरह व्यवस्थाएं दुरुस्त हो गई, यह प्रशंसनीय है। उन्होंने बताया कि आस्था के बीच पहली बार इस तरह लोगों का हुजूम मौनी अमावस्या पर स्नान करने के लिए उमड़ा है। यह पर्व हमेशा गौरवांवित करेगा। उन्होंने बताया कि जिले से बड़ी संख्या में लोगों ने मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाई है।