Betul Ki Khabar: जिले में वक्फ की करीब 100 एकड़ जमीन का वेरिफिकेशन
Betul Ki Khabar: Verification of about 100 acres of Waqf land in the district

राजस्व ने शासन को भेजी जानकारी, कई लोगों के जमीन बेचने का खुलासा, नोटिस किए जारी
Betul Ki Khabar: बैतूल। वक्फ बोर्ड को लेकर मचे हंगामे की गूंज अब बैतूल जिले में भी सुनाई देने लगी है। मप्र सरकार द्वारा जिला कलेक्टर को निर्देशित कर जिले में वक्फ की संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है। इसके लिए प्रशासन ने अब कवायद भी शुरू कर दी है। पहले चरण में राजस्व विभाग के पोर्टल से उन सभी संपत्तियों का ब्यौरा भेजा जा चुका है जो राजस्व के सरकारी रिकार्ड में पहले से ही दर्ज है। इसके अलावा भी अन्य सम्पत्तियों की जानकारी जुटाई जा रही हैं। इधर वक्फ की कुछ सम्पत्तियों को बेचे जाने की भी जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने सम्पत्ति बेच दी है, उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं।
जिले में 100 एकड़ संपत्ति का मालिक है वक्फ बोर्ड
जिले के विभिन्न ब्लॉकों मे वक्फ की करीब 100 एकड़ जमीन की उपलब्धता बताई जा रही है। इन जमीनों पर मस्जिद , कब्रस्तान, दरगाहें आदि बनी हुई हैं। वक्फ की सबसे ज्यादा संपत्तियां मुलताई ब्लॉक में बताई जा रही हैं। वक्फ बोर्ड के जिला अध्यक्ष हाजी शमीम खान के मुताबिक उमरी दरगाह सहित यहां वक्फ बोर्ड की करीब 10 से 12 एकड़ जमीन है। इसके अलावा मुलताई के ही गोपन तलाई में बनी दरगाह वक्फ की सम्पत्तियों में शामिल है। परमंडल गांव में 14 एकड़ जमीन और मुलताई में 14 एकड़ का कब्रस्तान वक्फ की संपत्ति है। इसके अलावा दुनावा गांव सहित जिले के आठनेर भैंसदेही ब्लॉक की संपत्तियां मिलाकर करीब 100 एकड़ जमीन बताई जा रही है।
सौदेबाजी की भी भेंट चढ़ी वक्फ की जमीन
जिले में वक्फ की संपत्तियां कुछ लोगों द्वारा बेचे जाने की जानकारी सामने आई है। अंजुमन कमेटी के जिला अध्यक्ष वसीम पाशु ने बताया कि सम्पत्तियों के संबंध में प्रशासन ने हमसे संपर्क किया था। शहर में वक्फ की कुल कितनी सम्पत्ति है, इसका आंकलन इसलिए नहीं किया जा सकता कि कुछ लोगों ने सम्पत्तियों पर कब्जा करने के बाद इसे बेच भी दिया है। ऐसे लोगों को जिला वक्फ बोर्ड ने नोटिस जारी किए हैं। अब प्रशासनिक स्तर पर सम्पत्तियों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। वेरिफिकेशन के बाद यह पता चल जाएगा कि वक्फ की कितनी सम्पत्ति किन लोगों ने बेची है। वक्फ बोर्ड के जिला अध्यक्ष हाजी शमीम खान ने नोटिस दिए जाने की जानकारी होने से साफ इंकार किया है। उनका कहना है कि वक्फ की संपत्ति किसी के द्वारा बेचे जाने और नोटिस देने की जानकारी उन्हें नहीं हैं। हो सकता है कि पूर्व में वक्फ बोर्ड द्वारा यह नोटिस जारी किए गए हो।
राजस्व में दर्ज सम्पत्तियों का रिकार्ड शासन को सौंपा
दरअसल प्रदेश के सभी जिलो से वक्फ सम्पत्तियों का ब्योरा शासन स्तर पर मांगा गया है। इसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार दिल्ली में संयुक्त संसदीय समिति को भेजेगी। महज 5 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश कलेक्टरों को दिए हैं। इस लिहाज से कलेक्टर की देखरेख में राजस्व विभाग जिले के सभी 10 ब्लाकों में वक्फ की सम्पत्तियों की जानकारियां जुटा रहा है। इसमें वह सम्पत्तियां भी शामिल हैं जिन पर अतिक्रमण किया गया है। विभाजन के बाद पाकिस्तान चले जाने वाले लोगों की सम्पत्तियां भी दायरे में लाई जा रही हैं। प्रभारी कलेक्टर अक्षत कुमार जैन के मुताबिक शासन से निर्देश मिलते ही उन संपत्तियों की जानकारी पोर्टल के माध्यम से सरकार को भेज दी है, जो राजस्व के रिकार्ड में दर्ज हैं। इसके अलावा समस्त तहसीलदारों को निर्देशित किया गया है कि वक्फ से सम्बंधित अन्य सम्पत्तियां हो तो उनकी जांच कर जानकारी तथ्यों के आधार पर शासन को प्रस्तुत की जाएं।
इनका कहना….
वक्फ संपत्तियों के वेरिफिकेशन के निर्देश मिलते ही राजस्व रिकार्ड में दर्ज संपत्तियों की जानकारी पोर्टल के माध्यम से भेजी जा चुकी हैं। अन्य सम्पत्तियों की जानकारी जुटाई जा रही हैं।
अक्षत कुमार जैन, प्रभारी कलेक्टर बैतूल
जिले में वक्फ की करीब 100 एकड़ की संपत्ति मौजूद है।सम्पत्ति बेचे जाने की जानकारी हमें नहीं है। पूर्व वक्फ बोर्ड ने शायद नोटिस दिए हो सकते हैं।
हाजी शमीम खान, जिला अध्यक्ष वक्फ बोर्ड बैतूल
जिले में वक्फ की कितनी संपत्ति है, इसकी जानकारी नहीं है, किंतु कुछ लोगों के द्वारा वक्फ की सम्पत्ति बेच दी है, जिन्हें नोटिस दिया है। प्रशासन के वेरिफिकेशन के बाद स्थिति साफ हो जाएगी।
वसीम पाशु, अध्यक्ष अंजुमन कमेटी जिला बैतूल