Prashasanik Kona: प्रशासनिक कोना: कौनसे साहब को आखिर जिले में रहने का अब नहीं है मन?? मुर्गे की डिमांड ने आखिर किसकी तोंद और टेंशन बढ़ाई??? एक वीडियो में आखिर क्या है, जिससे साहब हो रहे परेशान???? विस्तार से पढ़िए हमारे चर्चित कॉलम प्रशासनिक कोना में……..
Prashasanik Kona: Administrative Corner: Which sir does not feel like living in the district anymore??

साहब जिले में रहने के मूड में क्यों नहीं?
जिले में पदस्थ एक बड़े साहब को अभी एक वर्ष का समय भी नहीं बीता है, लेकिन उनका मन यहां से उचट गया है। इसके पीछे कारण क्या है? यह साहब से अच्छा कोई नहीं बता सकता है, लेकिन चर्चा है कि साहब की बिटिया का दो माह बाद विवाह है। चूंकि वे सीएम के काफी करीबी कहे जाते हैं। इस लिहाज से उनके ही क्षेत्र में जाने की तमन्ना रखते हैं। साहब की दिली इच्छा है कि अपने पूर्व क्षेत्र में जाकर मेले की तैयारियों का जिम्मा मिल जाए तो अपने अनुभव के आधार पर सेवाएं दे सके, लेकिन चर्चा यह है कि अपने अल्प कार्यकाल में जिले में लोकप्रिय होने के कारण कोई भी जनप्रतिनिधि उन्हें फिलहाल यहां से विदाई देने के मूड में नहीं है। वैसे साहब की एक और इच्छा है कि मेले की जवाबदारी न भी मिले तो पूर्व कार्यकाल के आसपास का मालवा का कोई अच्छा जिला मिल जाए तो भी कोई दिक्कत नहीं है। बताते चले कि साहब जनप्रतिनिधियों के अलावा आम जनता में भी कई साहसिक और जनहित के निर्णय के कारण खासे लोकप्रिय है।
मुर्गें से बढ़ रही तोंद बनी इनकी परेशानी का सबब
जिला मुख्यालय के अंतर्गत एक अनुविभाग के यूनिफार्म वाले साहब इन दिनों अपनी बढ़ती तोंद से खासे परेशान है। चूंकि वे खुद जानते हैं कि तोंद बढ़ने की वजह क्या है, लेकिन अपने डाइट नहीं बदल पा रहे हैं। शहर के थाने में लंबे समय तक रहने का अनुभव फिलहाल नई जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे। दरअसल थाने में रहते यह साहब पहले एक मुर्गा अकेले पचा लेते थे, लेकिन अब रोड किनारे हाल ही में खुले एक स्थान की जिम्मेदारी बड़े साहब ने क्या सौंपी, एक दिन में दो मुर्गें की डिमांड कच्ची शराब वाले से कर बैठे।
दो मुर्गा प्रतिदिन की डिमांड के बाद कच्ची शराब वाले को उनका फ्री हैंड मिला हुआ है। इसके अलावा उनके क्षेत्र में सिकलीगर नामक जुआ चलाने वाले को भी अनुमति देकर पांचों उंगली घी में डाल ली। हालांकि कुछ माह पहले मुख्य सड़क मार्ग पर शुरू हुए इस केंद्र में इन साहब की डिमांड और बढ़ती तोंद से अधीनस्थ खासे परेशान हो गए।
वीडियो ने बढ़ाई थानेदार की परेशानी
पुलिस महकमे में एक थानेदार की और किसी ने नहीं बल्कि एक जिला बदर ने नाक में दम कर रखा है। दरअसल जिला बदर साहब का कोई वीडियो उसके पास होने का दावा कर रहा है। इस वीडियो की वजह से उक्त थानेदार की बोलती बंद है। हालांकि वीडियो में क्या है, यह तो अधिकारी और जिला बदर ही जाने, लेकिन चर्चा है कि जिला बदर जिस तरह वीडियो के बलबूते थाना बदलने के बावजूद साहब को परेशान कर रखा है। साहब जब भी पुराने शहर आते हैं तो उन्हें इस बात की टेंशन रहती है कि वीडियो दिखाने वाला जिला बदर उन्हें परेशान न कर दें।