अब स्टॉपेज के अलावा सवारी भरी तो बस चालकों पर होगी कड़ी कार्रवाई
सांझवीर की खबर के बाद जागी यातायात पुलिस, विधायक की नाराजगी पर यातायात पुलिस ने मोर्चा संभाला

बैतूल। यात्री बसों के चार जगह स्टॉप, जहां सवारी मिल रही वहीं रोक है बसें…. 3 दिसम्बर को जैसे ही यह खबर सांझवीर टाईम्स में प्रमुखता से प्रकाशित हुई पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया। स्वयं विधायक हेमन्त खण्डेलवाल ने भी इस खबर पर त्वरित संज्ञान लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। इसका असर यह हुआ कि एसपी निश्चल एन झारिया द्वारा निर्देश दिए हैं कि बैतूल शहर में बस चालकों एवं परिचालकों को सवारियों को निर्धारित बस स्टॉप पर ही चढ़ाने और उतारने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
दरअसल मनमर्जी की व्यवस्था और लापरवाही से अन्य वाहन चालकों सहित आम नागरिकों को असुविधा होती है और दुर्घटनाएं भी लगातार हो रही है। शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए एसपी ने जगह-जगह बस रोकर नियमों को तोड़ने वालों पर कार्रवाई के निर्देश यातायात अमले को दिए हैं।
तुरन्त बस स्टैंड पहुंच गया यातायात का अमला, दी हिदायत
सांझवीर में खबर प्रकाशित होने के बाद विधायक हेमंत खंडेलवाल ने सबसे पहले बस चालकों की दबंगई पर नाराजगी जाहिर की और एसपी से नाराजगी जताई। एसपी ने विधायक की नाराजगी के बाद ट्रैफिक प्रभारी को तत्काल बसस्टैंड भेजकर बस चालकों को एकत्रित कर हिदायत दी कि निर्धारित स्थान के अलावा और कहीं बसें खड़ा करने पर अब तगड़ा जुर्माना करने के साथ बसें जब्त कर ली जाएगी।
सांझवीर की खबर का इतना तीखा असर हुआ कि शाम होने के पहले पुलिस विभाग को खुद प्रेसनोट जारी करना पड़ा। इस प्रेसनोट में पुलिस ने बस चालकों और परिचालकों को हिदायत दी है कि नियम तोड़ने पर अब सीधी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही बस मालिकों के साथ एसपी खुद बैठक कर निर्धारित स्टापेज पर बसें रोकने के लिए चर्चा करेंगे।
बस स्टैंड को शहर के बाहर करने के प्रस्ताव पर होगी चर्चा
पुलिस विभाग के जनसम्पर्क अधिकारी के मुताबिक बस मालिकों के साथ की जाने वाली बैठक में शहर में बढ़ते यातायात घनत्व को ध्यान में रखते हुए नए बस स्टैंड को शहर के बाहर स्थानांतरित करने के प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी। यह प्रस्ताव पिछले तीन वर्षों से सड़कों पर यातायात का दबाव कम करने के लिए लंबित है। जारी प्रेसनोट में बताया गया कि अब तक यातायात पुलिस द्वारा 213 बसों के विरुद्ध कार्रवाई कर 1 लाख 87 हजार रुपए शमन शुल्क वसूला गया है।
भरोसा दिया गया है कि यातायात व्यवस्था को प्रभावित करने वाले बस चालकों के विरुद्ध यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। इसके साथ बस चालकों से एसपी ने आग्रह किया है कि नियमों का पालन करें। अन्यथा संभावित दुर्घटनाओं और नियम तोड़ने पर कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें।