Betul Vijay Bhawan: मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यालय को दिया था विजय भवन नाम
Betul Vijay Bhawan: Chief Minister had given the name Vijay Bhawan to the BJP office

हेमंत ने हर काम में पहले किया बाबूजी को याद
Betul Vijay Bhawan: बैतूल। जिले में भाजपा के पितृपुरुष कहाने वाले पूर्व सांसद स्व. विजय खण्डेलवाल (मुन्नी भैया) के कद्दावर नेतृत्व को आज भी प्रदेश और देश के दिग्गज याद करते है। जिले में भाजपा को मजबूत बनाने में मुन्नी भैया की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। यह कहा जाए कि मुन्नी भैया ने भाजपा के लिए कई हीरों को जौहरी की तरह तराशा है तो इसमें अतिशयोक्ति नहीं होगी।
सांसद रहते हुए उन्होंने जिले में विकास की इबारत लिखी। आज भले ही प्रत्यक्ष रुप से मुन्नी भैया नहीं रहे, लेकिन उनके आदर्शों की झलक उनके बेटे पूर्व सांसद और वर्तमान विधायक हेमंत खण्डेवाल में देखने मिलती है। वैसे भी हेमंत खण्डेलवाल ने हमेशा बाबूजी को ही अपना आदर्श माना और हमेशा उनकी बताई राह को अपनाया है। वे कहते भी है कि आज जो हंू बाबूजी के आशीर्वाद से ही हूं। आज स्व. श्री खण्डेलवाल (मुन्नी भैया)की पुण्यतिथि पर सांझवीर टाईम्स ने श्रद्धाजंलि स्वरुप कुछ स्मृतियों को सांझा करने का प्रयास यहां किया है-
भाजपा कार्यालय का नाम विजय भवन रखने का ऐलान
पूर्व सांसद एवं भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष रहे स्व. विजय खण्डेलवाल के निधन से जिला ही नहीं पूरा प्रदेश स्तब्ध था। उनकी अंतिम यात्रा में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, तत्कालीन भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर सहित देश-प्रदेश के कई दिग्गज शामिल हुए। बाबूजी की अंतेष्टि के बाद तत्तकालीन मुख्यमंत्री ने ऐलान किया था कि स्व. विजय खण्डेलवाल भाजपा के आधार स्तंभ में से एक रहे हैं। उनके नाम से जिले में भाजपा कार्यालय होगा।
आज भाजपा कार्यालय की भव्य ईमारत को विजय भवन के नाम से जिले का हर नागरिक जानता है। जब कभी भी वरिष्ठ नेताओं का बैतूल आगमन होता है तो बाबूजी का नाम उनकी जुबान पर आ ही जाता है और काफी पहले बने इस भाजपा के विशाल भवन की हर कोई तारीफ किए बिना नहीं रहता है। जिन जिलों में भाजपा भवन नहीं बना है, वहां के लिए बैतूल के विजय भवन से प्रेरणा लेने की सीख भी दी जाती है।
परछाई की तरह रहे हेमंत,पद चिन्हों पर चले
बाबूजी के निधन के बाद उपचुनाव में उनकी परछाई की तरह रहे छोटे बेटे हेमंत खण्डेलवाल को ही पार्टी ने टिकट दिया और हेमंत को जिले की जनता का आशीर्वाद मिला। न सिर्फ राजनीति में बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति की मदद के लिए भी हेमंत खण्डेलवाल हमेशा तैयार रहे है। सेवा की यह राह भी उन्होंने अपने बाबूजी के पदचिन्हों पर चलते हुए ही अपनाई है।
बैतूल जिला अस्पताल में पिता के नाम से शव वाहन का संचालन कर वे कई जरुरतमंद परिवारों के लिए मददगार बने। इतना ही नहीं खंडेलवाल परिवार ने बाबूजी की स्मृति को ताजा रखते कई सेवा भाव कार्य उनकी पुण्यतिथि पर किए। शिक्षा से लेकर अन्य क्षेत्र में पूर्व सांसद मुन्नी खंडेलवाल की याद में उनके परिजन लोगों की मदद के लिए दिल खोलकर आगे आ रहे हैं।