Betul Samachar: दिवाली भी बीती, चार आरोपियों का अब तक सुराग नहीं

Betul Samachar: Diwali also passed, still no trace of four accused

एसआईटी बनाने के औचित्य पर भी उठ रहे सवाल

Betul Samachar: बैतूल। सारणी के होनहार भाजपा नेता रविंद्र देशमुख की आत्महत्या को लगभग एक माह का समय बीत रहा है। इस बीच उनके सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने भले ही तेजी दिखाते हुए 10 आरोपियों पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी रंजीत सिंह और प्रकाश शिवहरे समेत दो अन्य का आज तक पता नहीं चल पाया है।

दिवाली के कारण पुलिस की कार्रवाई भी औपचारिक बनकर रह गई, जितनी टीम आरोपियों को पकड़ने गई थी, सभी दिवाली के कारण वापस आ गई। यह टीम अब तक अपने अभियान पर नहीं लौटी है। बढ़ती नाराजगी के बाद एसपी निश्चल एन झारिया ने एएसपी कमला जोशी के नेतृत्व में एसआईटी का भी गठन किया, लेकिन यह भी औपचारिक बनकर रह गया।

दरअसल इस मामले में जब भी एएसपी से चर्चा करने का प्रयास किया या तो वे व्यवस्तता का बहाना बनाकर जानकारी देने से बचती रही या फिर मोबाइल ही रिसीव नहीं कर पा रही। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि एसपी ने जिस अधिकारी को एसआईटी का प्रमुख बनाया है, वे ही जानकारी अपडेट करने से परहेज कर रही है, फिर इस मामले में लेटलतीफी पर सवाल उठना लाजिमी है।

ईनाम बढ़ने पर भी नहीं मिला सुराग

पुलिस ने भाजपा के चर्चित नेता रविंद्र सिंह आत्महत्या मामले में 2-2 कर कुल 6 आरोपियों को हिरासत में लिया। शेष फरार आरोपियों पर ईनाम बढ़ाकर 10 हजार कर दिया, लेकिन पुलिस के हाथ फिर भी खाली ही रहे। इधर 31 अक्टूबर को दिवाली आने के पहले जांच में लगी टीम भी लौटने की खबर है।

इससे फरार आरोपी रंजीत सिंह, प्रकाश शिवहरे सहित अन्य दो का सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस ने चारों के नंबर सर्विलांस पर लगाने का भी दावा कर रही है। हालांकि मामले को एक माह बीतने पर भी उनकी गिरफ्तारी न होने पर सोशल मीडिया पर कई सवाल उठाएं जा रहे हैं।

भले ही पुलिस का कहना है कि यदि आरोपी लोकल में रहते तो जरूर हिरासत में ले लिए जाते। पुलिस की इस बात में कितनी सच्चाई है, यह तो आरोपियों के पकड़ाएं जाने के बाद ही पता चल पाएगा।

इनका कहना..

दिवाली के अवकाश के कारण काम थोड़ा प्रभावित हुआ है, लेकिन हमारी टीम सतत निगरानी में है। आरोपियों के मोबाइल सर्विलांस पर लगे हैं। जैसे ही सूचना मिलेगी हम उन्हें हिरासत में ले लेंगे।

रोशन कुमार जैन, एसडीओपी सारणी

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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