Prashasnik Kona : प्रशासनिक कोना: प्रथम नागरिक को थानेदार ने नहीं दी तवज्जो, फिर क्या हुआ?? मैडम ने ऐसा क्या कह दिया कि मैदानी कर्मचारियों का सिर चक्करघिन्नी बन गया??? थाना प्रभारी का ड्राइवर प्रेम और स्वजातीय बंधुओं से निकटता के क्या निकल रहे मायने???? विस्तार से पढ़िए हमारे चर्चित कॉलम प्रशासनिक कोना में……

Prashasnik Kona: Administrative corner: The police station in-charge did not pay attention to the first citizen, then what happened??

निकाय के प्रतिनिधि को क्या कह बैठे थाना प्रभारी

निर्माणाधीन एक सड़क पर राखी दुकान लगने को लेकर एक निकाय की जनप्रतिनिधि ने संबंधित थाना प्रभारी को पिछले दिनों फोन कर व्यवस्था सुधारने की बात कही। हालांकि थानेदार ने निकाय की इस प्रमुख जनप्रतिनिधि को तवज्जों नहीं दी, इससे व्यवस्था बेपटरी हो गई। नाराज जनप्रतिनिधि ने सीधे कलेक्टर को फोन घनघनाकर अपनी नाराजगी जताई तो कलेक्टर ने एसपी को राखी दुकान को लेकर जनप्रतिनिधि की बात रखी।

इसके बाद दुकान वहां से हट गई, लेकिन महिला जनप्रतिनिधि का अपमान तूल पकड़ गया। खबर है कि महिला जनप्रतिनिधि थानेदार के तवज्जों न देने पर पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी जानकारी देने वाली है। यदि ऐसा हुआ तो थानेदार महिला जनप्रतिनिधि के कोप का भाजन भी बन सकते हैं। यह वहीं थानेदार है, जिन्होंने थाने में पदस्थ होने के बाद एक लग्जरी कार भी खरीदी दी।

मैडम के मुंह से यह क्या निकल गया

वैसे तो महकमे में आए मैडम को एक वर्ष का समय बीत गया है। वे अपनी शालीनता के लिए जानी जाती है, लेकिन पिछले दिनों अपने अधीनस्थ मैदानी अमले की बैठक में जिस तरह से एक बात कही, वह सुर्खियां बटोर गई है। चर्चा है कि एक प्रमुख विभाग की मैडम कुछ दिन पहले आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान अचानक सुर बदलते हुए कह बैठी की मैदानी स्तर पर जो भी काम हो रहा है, इसमें उनका हिस्सा कर्मचारी लाकर देंगे। वह अपने किसी भी अधीनस्थ अधिकारी से हिस्सा नहीं मांगेगी।

मैडम के मुंह से यह बात सुनकर मैदानी कर्मचारियों को जैसे सांप सूंघ गया। अपनी पदस्थापना के साथ मैडम ने इस तरह की बात की तो विभाग में कानाफुसी भी शुरू हो गई। चूंकि मैडम के नियंत्रण में उन्हीं के रैंक के चार वरिष्ठ अधिकारी भी आते हैं। लिहाजा उन्हें तवज्जों नहीं दिए जाने के बाद शायद मैडम को मैदानी कर्मचारियों को मौखिक रूप से यह बात कहनी पड़ी। इसकी चर्चा पूरे विभाग में हो रही है। बातते चले कि यह मैडम हरियाली से जुड़े विभाग की मुखिया है।

थाना प्रभारी का ड्राइवर प्रेम

एक थाना प्रभारी को हाल ही में तबादले के बाद बड़े थाने की कमान मिली है। इनके बारे में सूचना मिली है कि जो वाहन उपयोग करते हैं, इसका चालक खुद निजी है। वैसे साहब को सरकारी वाहन और चालक दोनों मिले हैं, लेकिन उन्हें अपने वाहन चालक से इसलिए प्रेम है कि यह उनका सारा हिसाब-किताब हर थाने में रखता है। चर्चा तो यह भी है कि अधिकारी होने के बावजूद ड्राइवर से उन्हें इतना प्रेम है कि अपने आवास में ही रखते हैं। उनके बारे में एक और चर्चा हो रही है कि अभी वे जिस थाने में वहां गए उनके स्वजातीय बंधु भी अचानक सक्रिय हो गए। उनके आवास की साज-सज्जा में खुलकर अपना योगदान दे रहे हैं। बताते चले कि यह वही थानेदार है, जिन्होंने एक बिदाई जुलूस में अपनी डांस प्रतिभा का खूब प्रदर्शन किया था।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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