Betul Samachar: Video: हादसे में युवक की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़ से अफरा तफरी
Betul News: After the death of a youth in an accident, there was chaos in the hospital, vandalism caused panic

परिजनों का आरोप- इलाज में लापरवाही के कारण गई जान, कोतवाली पुलिस जांच में जुटी।
Betul Samachar: बैतूल। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान युवक की मौत हो जाने से परिजनों ने हंगामा कर तोड़फोड़ कर दी। परिजनों ने डाक्टरों पर उपचार में लापरवाही करने का आरोप लगाया है। काफी देर तक हंगामा होता रहा। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश दी और मामला शांत कराया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मिलानपुर निवासी दिलीप सड़क हादसे में घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया था।
गुरुवार रात लगभग 11 बजे आईसीयू में भर्ती दिलीप की उपचार के दौरान मौत हो गई। युवक की मौत हो जाने की जानकारी मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में ही हंगामा शुरू कर दिया और तोड़फोड़ कर दी। काफी देर तक परिजन हंगामा करते रहे। आईसीयू गेट के पास लगे कैबिन में तोड़फोड़ कर दी। मृतक युवक के परिजनों का आरोप था कि दिलीप के उपचार में लापरवाही बरती गई, जिसके कारण उसकी जान चली गई। समय पर सही उपचार मिलता तो शायद युवक की जान बच जाती। मृतक का शुक्रवार सुबह जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस और अस्पताल प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।
अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही से किया इंकार
इधर अस्पताल प्रशासन से युवक के उपचार में लापरवाही करने के आरोप को गलत बताया है। सिविल सर्जन डॉ घोरे ने बताया कि युवक का एक्सीडेंट होने के कारण युवक की हालत बहुत नाजुक थी। युवक को आईसीयू में भर्ती कर उसका उपचार किया जा रहा था। हालत गंभीर होने के कारण युवक की जान नहीं बच पाई। परिजनों द्वारा उपचार में लापरवाही बरतने का जो आरोप लगाया है, वह सही नहीं है। जब युवक को भर्ती किया था, उसी समय युवक की हालत के संबंध में परिजनों को जानकारी दे दी गई थी। अस्पताल में मौजूद सर्जन ने युवक का उपचार भी किया। इधर अस्पताल स्टाफ ने भी युवक के परिजनों द्वारा की गई अभद्रता और तोड़फोड़ की शिकायत सिविल सर्जन से की है।
इनका कहना…
उपचार में किसी प्रकार से कोई लापरवाही नहीं हुई है। मृतक के परिजनों और आईसीयू स्टाफ दोनों की शिकायत आई है। इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कारण सामने आएगा।
डॉ जगदीश घोरे, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल बैतूल