Betul Ki Khabar: दबे पैर एकलव्य शाहपुर में एक और बड़ा फर्जीवाड़ा!
Betul Ki Khabar: Another big fraud in Eklavya Shahpur!

पहले से ही गेस्ट टीचर मौजूद, फिर भी स्टाफ रखकर बड़ा वेतन देने की साजिश, जिला प्रशासन के आदेश की उड़ रही धज्जियां
Betul Ki Khabar: बैतूल/शाहपुर। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर में चल रहे फर्जीवाड़े पर पर्दा डालने का भरपूर प्रयास किए जा रहे है। इस पूरे मामले में जिस तरह जिला प्रशासन की अनदेखी देखने को मिल रही है, इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कहीं ना कहीं पूरे फर्जीवाड़े में बड़े अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। खास बात यह है कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर में फर्जी अतिथि शिक्षक को 40 हजार रूपए प्रतिमाह वेतन पर रखकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एकलव्य शाहपुर में पीजीटी इंग्लिश विषय में अतिथि को नौकरी दी गई है, जबकि इस विषय के लिए जनजातीय कार्य विभाग की व्याख्याता शैली जैन अभी भी इस स्कूल में कार्यरत हैं। व्याख्याता अपनी सेवा के बदले सवा लाख रुपए महीने वेतन भी ले रही है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार शैली जैन, प्राचार्य पंकज शरन और लेखापाल शिवहरे की सांठ-गांठ से विद्यालय में शिक्षक होने के बाबजूद भी अतिथि को नियम विरुद्ध तरीके से एंट्री दी गई है।
वहीं एमपी सरस के आदेश क्रमांक 435/2024/1001 दिनांक 22.08.2024 और नियमों का भी खुलेआम उल्लंघन किया गया। अतिथि शिक्षक को टीजीटी, और पीजीटी में शैली जैन व्याख्याता होने के बाबजूद भी रखा गया जो जिला कार्यालय जनजातीय कार्य विभाग बैतूल की मिली भगत को स्पष्ट करता है।
पूर्व में हटाए जा चुके हैं दो शिक्षक
पूर्व में जनजातीय कार्य विभाग के डीसी द्वारा शैली जैन और विजयंत सिंह ठाकुर को एकलव्य आवासीय विद्यालय से हटा दिया गया था। शैली जैन को मॉडल स्कूल शाहपुर और विजयंत सिंह ठाकुर को मॉडल स्कूल बैतूल भेजा गया था, लेकिन करोड़ों के भ्रष्टाचार को अंजाम देने के उद्देश्य से दोनों ही व्याख्याता अभी भी एकलव्य में ही जमे हुए हैं और अनियमितताओं को अंजाम दे रहे हैं। गोपनीय जानकारी के अनुसार जिस अतिथि शिक्षक की विद्यालय में नियुक्ति की गई है। वह व्याख्याता शैली जैन की खास बताई जा रही है।
सहायक आयुक्त की चुप्पी पर सवाल
यहां सवाल खड़े हो रहे है कि किस प्रकार से पूर्व में हुई कार्यवाही को अनदेखा कर सहायक आयुक्त शिल्पा जैन इस प्रकार की अनियमितताओं को बढ़ावा दे रही है। जबकि अतिथि की भर्ती बिना विज्ञापन प्रसारित किए नहीं की जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक अपने कई चहेतों को प्राचार्य के साथ सांठ-गांठ कर विद्यालय में रखा गया है। जिसमें एक नर्स सोनम हनोते भी शामिल है, जो शासन के नियमानुसार अहर्ताएं नहीं रखती है। बावजूद इसके नर्स को विद्यालय में नियुक्ति देकर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करते हुए लाखों रूपए का भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
आदेशों और दस्तावेजों के साथ की जा रही छेड़-छाड़।
सूत्रों का दावा है कि वित्तीय अनियमितता को छिपाने के लिए पूर्व के कई दस्तावेजों ओर आदेशों को कार्यालय से या तो गायब किया जा चुका है या उन्हें नष्ट कर दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि कई दस्तावेजों को नष्ट करने के पीछे प्राचार्य पंकज शरन और कर्मचारी गुलाब राव शामिल हो सकते है। यदि दस्तावेज नष्ट किए गए है तो यह साफ है कि भ्रष्टाचार को छुपाने के उद्देश्य से दस्तावेज नष्ट किए गए है। 2023-24 सत्र में भ्रष्टाचार में लिप्त एक कर्मचारी के खिलाफ पत्र क्रमांक 897 जारी किया गया था इसे भी जला कर खाक कर दिया गया, जबकि इस पत्र के माध्यम से पूर्व में हुए भ्रष्टाचार में कई बड़ी मछलियों के नाम उजागर हो सकते थे। इस संबंध में सहायक आयुक्त आदिवासी को चर्चा के लिए फोन किया, लेकिन मोबाइल ब्लाक होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका।
इनका कहना….
प्राचार्य ने 4 अप्रैल को अतिथि शिक्षक को रखा है। इस बारे में अधिक जानकारी वे ही दे सकते हैं कि अतिथि शिक्षकों को किस नियम से रखा गया है।
अनिता श्रीवास्तव, प्रभारी प्राचार्य, एकलव्य आवासीय विद्यालय