Betul News: आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाकर अपनी पीठ थपथपाने की कोशिश
Betul News: Trying to pat one's back by removing outsourced employees

भाजपा के ही पदाधिकारियों का आरोप- सीईओ को बचाने के लिए दी जा रही राहत, पुराने उदाहरण भी बताए, खबर छपी तो दोनों विधायक के बयान भी आ गए सामने
Betul News: बैतूल। जनपद पंचायत भीमपुर और चिचोली में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत हुए 13 करोड़ से अधिक के घोटाले में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर आउट सोर्स कर्मचारी सुमित सोनी को कार्यमुक्त कर दिया। उसके साथ एक अन्य को भी कार्यमुक्त कर वाहवाही लूटी जा रही है। उक्त कर्मचारियों को कार्यमुक्त करने के लिए खुद भीमपुर जनपद के सीईओ संजय सिक्युरेटी फोर्स आफ इंडिया को पत्राचार कर रहे हैं, जबकि उन पर भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से इस घोटाले में शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं। ऐसे में आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाने पर खुद अधिकारी घिर गए हैं।
दूसरी ओर आदिवासी अंचल में हुए इस घोटाले में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सीधे तौर पर मामले में आदिवासियों का शोषण करने और सीईओ पर कार्रवाई न करने पर गंभीर आरोप लगा दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना को बैतूल जिले के आदिवासी अंचल चिचोली और भीमपुर में जमकर पलीता लगाया है। चार वर्षों से बड़े पैमाने पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में पलीता लगता रहा और अधिकारी चुप्पी साधे रहे। इसी वजह ब्लाक समन्वयक राजेंद्र परिहार और दोनों जनपद पंचायतों के आपरेटरों को जमकर खेलने का मौका मिल गया। यही वजह है कि यह गबन 13 करोड़ से ऊपर जा पहुंचा। जब शक का दायरा बड़ा तो अधिकारियों तक बात पहुंची और जांच शुरू होने के बाद असलीयत सामने आ गई। कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ रंगपंचमी के एक दिन पहले दोपहर से देर शाम तक चिचोली और भीमपुर जनपद में डटे रहे। उन्होंने जब स्वच्छ भारत मिशन की फाइल खंगाली तो यह भ्रष्टाचार सामने आ गया। इसके बाद जांच में छोटे कर्मचारियों को मोहरा बनाकर एफआईआर करवा दी गई।
आउटसोर्स कर्मचारियों को बनाया मोहरा
जिला प्रशासन ने जांच के बाद 13 करोड़ से अधिक के घोटाले में एफआईआर दर्ज करवाकर गबन करने वालों और कई फर्मों पर एफआईआर करवा दी। चूंकि मामले की गंूज भोपाल तक जा पहुंची है, इसलिए तेजी से कार्रवाई करना प्रशासन की मजबूरी बन गया है। इस बीच गुरुवार स्वच्छता मिशन में हुए घोटाले में आरोपी बनाए गए चिचोली के कंप्यूटर आपरेटर सुरकेश कहार और भीमपुर के आपरेटर सुमित सोनी की सेवाएं समाप्त कर दी है। दोनों ही आदेश भीमपुर और चिचोली के वर्तमान सीईओ ने जारी की है, जबकि दोनों पर भी इस गबन कांड में शामिल होने के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष आरोप लगाए जा रहे हैं। चौकाने वाली बात यह है कि जिन कर्मचारियों को कार्यमुक्त किया है। संयोगवश दोनों ही आउट सोर्स है। यह कार्रवाई कर 13 करोड़ के घोटाले में शामिल स्थानीय कर्मचारियों को बचाने की कवायद मानी जा रही है।
भाजपा नेताओं का करारा वार
13 करोड़ के घोटाले में भाजपा के शीर्ष जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे बैठे रहे, लेकिन सांझवीर टाईम्स इस मामले को लेकर मुखर होकर आवाज उठा रहा है। इसके बाद घोड़ाडोंगरी विधानसभा के चिचोली जनपद में हुए घोटाले में शाहपुर जनपद के पूर्व उपाध्यक्ष और दिग्गज नेता विशाल सिंह ठाकुर ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि यह पूरा खेल सीईओ को बचाने के लिए किया जा रहा है। उच्चाधिकारियों से पूछना चाहिए कि किस आधार पर सीईओ को राहत दी गई है। 70 लाख के एक प्रकरण में पूर्व में तीन सीईओ पर गाज गिरी है।
शाहपुर में जो सीईओ पदस्थ नहीं था, उस पर भी कार्रवाई हुई। जिला प्रशासन के अधिकारी तब नियम की बात कर रहे हैं, लेकिन जब एक बेगुनाह पर एफआईआर की गई और आज हर आरोपी को छोड़ दिया गया। प्रशासन निम्र स्तर की कार्रवाई वाहवाही लूट रहा है। उनका आरोप है कि इस मामले में पूरा जिला प्रशासन मिला हुआ है। घोड़ाडोंगरी की पूर्व विधायक गीता रामजीलाल उइके के पुत्र और आदिवासी विकास परिषद युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष दीपक उइके ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इस मामले में कहा कि बैतूल जिले के आदिवासियों के सीधेपन और शांति का भरपूर लाभ उठाकर उनके हक पर अधिकारी मनचाह डाका डाल रहे हैं। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई की बात भी कही है।
खबर छपी तो बैकफुट पर आए आदिवासी विधायक
अपनी ही विधानसभा में 13 करोड़ का घोटाला हो जाने के बाद चुप्पी साधे बैठे क्षेत्र के विधायक गंगा उइके और महेंद्र सिंह चौहान को लेकर सांझवीर टाईम्स ने 25 मार्च को प्रमुखता से खबर प्रकाशित की। इसका असर यह हुआ कि भाजपा संगठन के निर्देश पर दोनों विधायकों की नींद खुल गई और पत्राचार शुरू किया है। घोड़ाडोंगरी विधायक ने तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने विधानसभा के चिचोली में हुए घोटाले में साइबर जांच की मांग की है। उन्होंने घोटाले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और सजा दिलाने की भी मांग की है। उधर भैंसदेही विधायक महेंद्र सिंह चौहान ने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि उनकी विधानसभा के भैंसदेही, भीमपुर और आठनेर विकासखंड में स्वच्छ भारत मिशन में हुए घोटाले में जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। हालांकि चौहान ने नपे तुले शब्दों में अपनी बात कही है।