खबर का बड़ा असर: विधायक- कलेक्टर के पहुंचने के पहले हो रही थी किसानों से उगाही, बैठक के बाद बनी सहमति, अब ट्राली में ही होगी किसानों की उपज की नीलामी

बैतूल। ए ग्रेड की बैतूल कृषि मंडी में बिचौलियों, दलालों और हम्मालों की मिलीभगत का शिकार आम किसान हो रहे हैं। सांझवीर टाईम्स के गतांग में मंडी के मकड़जाल को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद जबरदस्त हड़कंप मचा हुआ है। खुद विधायक हेमंत खंडेलवाल और कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बुधवार दोपहर मंडी पहुंचकर प्रबंधन और व्यापारियों की बैठक लेकर व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। यहां पर भी दोनों के पहुंचने के पहले बिचौलिए- हम्माल किसानों से उपज नापने के नाम पर 100 से 200 रुपए की वसूली कर रहे थे।
यह नजारा सांझवीर के तीसरे दिन किए गए स्टिंग में भी उजागर हुआ। जब मामले की हकीकत एसडीएम राजीव कहार को बताई तो उन्होंने इस बात से साफ इंकार कर दिया, लेकिन किसानों ने हमारी टीम को बताया कि एसडीएम के वाहन के आते ही बिचौलियों और हम्मालों ने यह राशि लौटा दी। इस बात से साफ है कि मंडी में व्यवस्था बनाने में अधिकारियों और प्रबंधन पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं।
जिला मुख्यालय की कृषि मंडी में खुलेआम में किसानों से लूट मची है। यह सिलसिला पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है, लेकिन जनप्रतिनिधि और अधिकारी इसमें सुधार लाने के लिए नाममात्र के प्रयास कर रहे हैं। मीडिया तक मामला आने के बाद कुछ दिनों तक व्यवस्था में सुधार आता है, लेकिन व्यवस्था फिर ढाक के तीन पात की तरह हो जा रही है। सोमवार को कुछ किसानों ने मंडी में उपज की तुलाई के लिए हजार रुपए तक वसूल किए जाने की शिकायत सांझवीर टाईम्स को की थी। सोमवार शाम को हमारी टीम कृषि मंडी पहुंची तो यहां केवल उन किसानों की उपज नहीं तौली गई थी जिन्होंने तुलावट के लिए रुपए नहीं दिए।
टीम ने आंखों नजारा देखने के बाद विधायक हेमंत खंडेलवाल, कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और एसडीएम राजीव कहार को वस्तुस्थिति से अवगत कराया था। एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर किसानों की शिकायत को सही पाया और खुद की मौजूदगी में रिश्वत नहीं देने वाले किसानों की उपज तुलाई, लेकिन रुपए की मांग करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की। यदि उसी समय किसान से तुलाई के लिए रुपए मांगने वालों की पहचान कराकर कार्रवाई कर दी जाती तो अगले दिन से किसानों से डिमांड बंद हो जाती।
लूट का सिलसिला फिर जारी
एसडीएम के कार्रवाई न करने के बाद मंडी में मंगलवार के बाद बुधवार भी बिचौलिए और हम्मालों ने किसानों से लूट बंद नहीं की। मंडी में किसानों के साथ हो रही लूट को लेकर सांझवीर ने पहले ही निर्णय लिया था कि हर दिन मंडी की मानीटरिंग की जाएगी। मंगलवार को भी कुछ किसानों ने उपज तौलने के लिए अलग से रिश्वत मांगने की शिकायत की। यह सिलसिला बुधवार उस समय तक जारी रहा तब सांझवीर की खबर के बाद खुद विधायक और कलेक्टर दोपहर 1 बजे बैठक लेने वाले थे।
इसके पहले एसडीएम मंडी पहुंचे थे। मंडी में अपनी उपज लेकर आए किसान प्रदीप माकोड़े जामठी और दिलीप भोपते ने बताया कि उनसे उपज तौलने के लिए 100-100 रुपए अलग से लिए गए। पैसे नहीं देने पर हम्माल आगे चले गए। जब रुपए दिए तो उनकी उपज तौली गई। उन्होंने बताया कि इसी दौरान साहब की गाड़ी आई तो रुपए लेने वाले हम्मालों और बिचौलिए ने तुरंत वापस कर दिए।
मंडी में अब ट्राली में ही होगी नीलामी, विधायक ने बैठक लेकर बनाई व्यवस्था
सांझवीर टाईम्स की खबर का इतना तीखा असर हुआ है कि बुधवार को बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल ने कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के साथ पहुंचकर बैठक ली। इस बैठक में एसडीएम राजीव कहार, सचिव एके अहाके, व्यापारी प्रतिनिधि और अन्य लोग मौजूद थे। इस दौरान विधायक ने दो टूक शब्दों में कहा है कि मंडी में तौल करने के लिए किसानों से अवैध वसूली बंद होना चाहिए। इसके लिए यहां पर बोर्ड लगाकर सभी के नंबर अंकित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल से गेहूं और मक्के की खरीदी ट्राली में ही की जाएगी। व्यापारी यही पर उपज की क्वालिटी देखकर दाम तय कर लेंगे, ताकि मंडी में अधिक समस्या न आए। विधायक ने यह भी बताया कि 1 अप्रैल से 48 घंटे अंदर आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान कराया जाएगा। उन्होंने बैठक में बताया कि बैतूल में छोटे किसान रहते हैं। इसलिए उनका किसी भी हालत में शोषण न हो, इस बात का ध्यान रखा जाए। बैठक के बाद उन्होंने मंडी का कलेक्टर के साथ सूक्ष्म निरीक्षण भी किया।