Betul News: कमिश्रर- कलेक्टर भी कई बार गए, नहीं पकड़ आया 13 करोड़ का घोटाला

Betul News: Commissioner-Collector also visited several times, but the scam of Rs 13 crore could not be caught

अभिषेक वर्मा को तीन बार सीईओ का चार्ज भी नहीं उतर रहा किसी के गले

Betul News: बैतूल। आदिवासी अंचल चिचोली और भीमपुर मेें 13 करोड़ 21 लाख से अधिक के गड़बड़झाले में परत दर परत नए खुलासे हो रहे हैं। यहां ब्लाक समन्वयक और कंप्यूटर आपरेटरों ने वरिष्ठ अधिकारियों के मौजूद रहने के बाद इतना बड़ा घोटाला कर दिया, लेकिन अफसरों को तक हवा नहीं लगी। सबसे चौकाने वाली बात यह सामने आई है कि नर्मदापुरम के तेज तर्रार कमिश्रर केजी तिवारी और कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने दोनों ही जनपदों में सबसे अधिक निरीक्षण किया, लेकिन उन्होंने भी इस घोटाले को पकड़ नहीं पाए।

इसके बाद यहां पर आईएएस एश्वर्य वर्मा दो माह तक प्रभारी सीईओ रहे, वे भी घपले को समझ नहंी पाए। एक और चौकाने वाली बात यह है कि वर्ष 2022 से 2024 तक दो वर्ष में एसडीओ अभिषेक वर्मा को सीईओ का चार्ज सौंपा जाना ही कहीं न कहीं बड़ी चूक और लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है। उन्हीं के कार्यकाल में चिचोली फिर भीमपुर में इतना बड़ा घोटाला हुआ है।

प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत चिचोली में 13 करोड़ से अधिक के गबन मामले में जांच के बाद ब्लाक समन्वयक राजेंद्र परिहार समेत लिपिक सुमित सोनी और फर्मों पर एफआईआर हो चुकी है। कलेक्टर-जिला पंचायत सीईओ द्वारा कराई गई जांच के बाद इस मामले में एफआईआर हुई। जांच का दायरा भी चल रहा है। इस बीच कई तरह की चर्चाएं चल रही है। इस बारे में कहा जा रहा है कि आपरेटर करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। जबकि फरार ब्लाक समन्वयक परिहार की संपत्ति को लेकर भी चर्चाएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। सांझवीर ने इसकी बारिकी से पड़ताल की तो वस्तुस्थिति सामने आई जो चौकाने वाली कहीं जा सकती है।

कमिश्रर का सबसे अधिक आदिवासी अंचलों में दौरा

नर्मदापुरम के सबसे तेज तर्रार कमिश्रर केजी तिवारी अब तक संभाग के सबसे सक्रिय और काम के प्रति सजग बताए जाते हैं। वे माह में 3-4 मर्तबा जिले के दौरे पर आते हैं। उनका मुख्य फोकस आदिवासी ब्लाकों के निरीक्षण और बदहाली पर रहते हैं। सूत्र बताते हैं कि अपने अल्प कार्यकाल के दौरान कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के साथ सर्वाधिक दौरा भीमपुर और चिचोली का ही किया है।

यहां की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए वे लापरवाह अधिकारियों को फटकार लगाने से भी नहीं चुके, लेकिन कमिश्रर और कलेक्टर स्वच्छ भारत मिशन में हो रहे घोटाले की तह तक नहीं जा पाए। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के जिम्मेदार अधिकारियों और अधीनस्थों ने अपनी नेटवर्किंग कितनी मजबूत कर रखी थी। वरिष्ठ अधिकारियों की आंखों में धुल झोंकर उनसे भी बहुत सारी जानकारी छिपाई गईर्। इसी वजह 13 करोड़ की बंदरबांट सामने नहीं आ पाई है।

एक ही अधिकारी को बार-बार सौंपा गया प्रभार

दूसरी ओर जानकारी सामने आई है कि पिछले तीन वर्ष में हुए 13 करोड़ के घोटाले में जनपद चिचोली (वर्तमान में भीमपुर) सीईओ अभिषेक वर्मा पर मेहरबानी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल दो वर्ष में अल्प कार्यकाल में तीन बार चिचोली जनपद का सीईओ बनाया गया। जबकि वे आरईएस के एसडीओ थे। इसके बाद भी उन्हें जिम्मेदार देने के बजाए सवाल उठाए जा रहे हैं।

सबसे पहले उन्हें 15 फरवरी 2022 से 6 फरवरी 2023, फिर 11 मई 2023 से 14 फरवरी 2024 और बाद में 22 अप्रैल 24 से 22 मई 2024 तक सीईओ बनाया गया। सूत्र बताते हैं कि उन्हें जिस जिस कार्यकाल में सीईओ बनाया गया। उन्हीं वर्षों में घोटाले सामने आए हैं। हालांकि उन्हें बार-बार एक ही जनपद में सीईओ का जिम्मा सौंपने पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि वरिष्ठ अधिकारियों ने उन पर इतना भरोसा कैसे किया?

आईएएस दो माह रहे, उन्हें भी घोटाले का बू नहीं आई

चिचोली जनपद में आईएएस ऐश्वर्य वर्मा को कलेक्टर ने 15 फरवरी 2024 को चिचोली जनपद का सीईओ बनाया गया था। वे करीब ढाई माह 22 अप्रैल तक प्रभार में रहे। इस कार्यकाल में भी ब्लाक समन्वयक राजेंद्र परिहार कंप्यूटर आपरेटर ने स्वच्छता ग्रामीण मिशन की राशि को हेरफेर करने में कसर नहीं छोड़ी। आईएएस होने के बावजूद ऐश्वर्य वर्मा भी यहां के घोटाले को नहीं समझ पाए। उनके अलावा 7 फरवरी 2023 से 10 मई 2023 तक बैतूल एसडीएम केसी परते भी प्रभारी सीईओ रहे, लेकिन वे भी इस चूक पकड़ नहीं पाए। 22 मई 2024 से अब तक आरजी रजक जनपद पंचायत चिचोली के सीईओ है।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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