Betul News: शिक्षा के मंदिर में पौने दो करोड़ के घोटाले में पांच किरदार एक्सपोज!
Betul News: Five characters exposed in the scam of Rs. 2.25 crore in the temple of education!

सांझवीर की खबर का बड़ा असर: गांव की बेटी योजना में फर्जीवाड़े पर कालेज के दो पूर्व प्राचार्य पर भी एफआईआर
Betul News: बैतूल। बैतूल से प्रकाशित हिंदी दैनिक सांझवीर टाईम्स का शिक्षा के मंदिर में भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू किया गया अभियान अब निष्कर्ष पर पहुंच गया है। सिलसिलेवार खबरें प्रकाशित करने का ही असर है कि जिले के सबसे बड़े पीएम श्री जेएच कालेज में जांच के बाद गांव की बेटी योजना में हुए फर्जीवाड़े के 5 किरदार एक्सपोज हो चुके हैं। इस मामले में पहले ही तीन लिपिकों के खिलाफ गंज थाने में प्रकरण दर्ज कर लिया गया था।
कोषालय अधिकारी अरुण कुमार वर्मा द्वारा की गई जांच में पूर्व प्राचार्यों की भी लापरवाही सामने आने के बाद इनके खिलाफ भी गंज थाने में प्राचार्य डॉ मीनाक्षी चौबे द्वारा आवेदन दिया गया था। गंज थाने में अब इस मामले में आरोपियों की संख्या तीन से बढ़कर 5 हो गई है। इधर एफआईआर होने के सप्ताह भर बीतने के बावजूद पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को हिरासत में नहीं ले पाई है। इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि मामले में आरोपी बनाए गए दो लिपिकों द्वारा अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में आवेदन लगाए गए हैं। यदि पुलिस समय रहते आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती है तो हो सकता है कि आरोपियों को अग्रिम जमानत मिल जाए।
बेधड़क राशि होती रही ट्रांसफर, चुप्पी साधे रहे प्राचार्य
इस पूरे घोटाले का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि घोटाले की शुरुआत वर्ष 2019 से ही हो चुकी थी, जो 2024 तक यानी पूरे 5 सालों तक चलती रही। इस दौरान कालेज की कमान प्राचार्य डॉ. राकेश तिवारी और डॉ. विजेता चौबे के हाथों में रही। डॉ. विजेता चौबे 29 सितंबर 2019 से 28 सितंबर 2022 तक प्राचार्य रही। इसके बाद 14 फरवरी 2022 को डॉ राकेश तिवारी ने कॉलेज की कमान संभाली और साल भर पहले इसी कॉलेज से वे सेवानिवृत्त भी हो गए। इसी दौरान एजीएमपी की ऑडिट टीम ने इस पूरे घोटाले की नब्ज को पकड़ लिया था। आपत्ति के बाद भी निराकरण को लेकर कालेज प्रशासन का सुस्त रवैय्या सामने आता रहा । जांच में यह तथ्य प्रमुखता से उजागर हुआ है कि दोनों ही प्राचार्यो ने समय रहते इस मामले पर किसी भी प्रकार से संज्ञान नहीं लिया और यहां पदस्थ तीन लिपिक अपने मंसूबे में कामयाब हो गए। यही वजह है कि लिपिकों के बाद अब दो पूर्व प्राचार्यों को भी घोटाले में आरोपी बनाकर शिक्षा के मंदिर में हो रहे भ्रष्टाचार को खत्म करने की ओर मामला बढ़ रहा है।
संगीन धाराओं में अपराध हुआ दर्ज, बढ़ेगी आरोपियों की मुश्किलें
करोड़ों का घोटाला करने वाले आरोपियों ने लालच के चलते यह सपने में भी नहीं सोचा कि बुरे काम का आखिर क्या नतीजा हो सकता है। जिन 5 आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है उन आरोपियों पर काफी संगीन धाराएं लगाई गई हैं। गंज थाने में सभी आरोपियों के विरुद्ध धारा 467,468,409,471,120बी,तथा 13/2 के तहत मामला दर्ज किया गया है । इनमें कुछ धाराएं जमानती हैं तो कुछ में आजीवन कारावास या 10 साल की जेल का प्रावधान किया गया है। यह धारा 467 है जो जालसाजी करने पर लगाई जाती है। इसी तरह जाली दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी करने और इलेक्ट्रॉनिक रिकार्ड से छेड़छाड़ की भी धाराएं लगाई गई हैं। जानकारी मिली है कि इन्हीं धाराओं के अंतर्गत पूर्व में आरोपी रिंकू पाटिल, दीपेश डेहरिया और प्रकाश बंजारे के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया था। अब इसी एफआईआर में तत्कालीन प्राचार्य डॉ राकेश तिवारी एवं डॉ विजेता चौबे का नाम भी शामिल कर लिया गया है। इन्हीं धाराओं के तहत दोनो प्राचार्यों पर अब मामला न्यायालय में चलेगा।
इनका कहना…..
जांच प्रतिवेदन के आधार पर तत्कालीन प्राचार्यों के विरुद्ध गंज थाने में आवेदन दिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग भी प्रकरण की जांच करेगा।
डॉ मीनाक्षी चौबे प्राचार्य, पीएम श्री जेएच कालेज, बैतूल
प्राचार्य द्वारा थाने में आवेदन दिया गया था। इसके बाद आरोपियों की सूची में दो नाम और बढ़ा दिए गए हैं।
अरविंद कुमरे, थाना प्रभारी थाना गंज बैतूल