Betul Samachar: महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की जीत में बैतूल के नेताओं की भी भूमिका

Betul Samachar: Betul leaders also played a role in the victory of Mahayuti alliance in Maharashtra.

चंद्रशेखर, अलकेश और राजा पवार के प्रभारी वाली जीत पर भाजपा की बड़ी जीत, कांग्रेसियों को सफलता नहीं

Betul Samachar: बैतूल। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के परिणाम चौकाने वाले रहे। सारे एग्जिट पोल को फेल करते हुए भाजपा- शिवसेना सिंधे गुट और एनसीपी अजीत गुट वाले महायुति गठबंधन 225 सीटों पर जीत की ओर अग्रसर है। कांग्रेस, शिवसेना उद्धव गुट और एनसीपी शरद पवार गुट वाला महाविकास अघाड़ी 50 सीट पर सिमट कर रह गया है। महायुति गठबंधन की इस जीत में पड़ोसी राज्य होने के कारण जिले के कई भाजपा नेताओं की बड़ी भूमिका बताई जा रही है। इतना ही नहीं कांग्रेसियों को भी यहां जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन समाचार लिखे जाने तक केवल हेमंत वागद्रे के प्रभार वाली नागपुर सेंट्रल में कांग्रेस प्रत्याशी 11वें राउंड के बाद 57 सौ वोटों से आगे चल रहे हैं। शेष सभी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की एक तरफा जीत हो रही है। ऐसे में भाजपा के प्रभारी बनाए गए जिले के नेताओं की लाटरी लग गई, जबकि कांग्रेसियों में मायूसी छाई हुई है।

जिले की सीमा से सटा होने के कारण महाराष्ट्र का यहां से निकट रिश्ता है। यही वजह है कि हर चुनावों में प्रदेश के दिग्गज नेताओं के अलावा जिले के भाजपाइयों को प्रभार दिया जाता है। इस बार भी भाजपा ने नागपुर लोकसभा की कामठी विधानसभा के लिए पूर्व विधायक अलकेश आर्य, परतवाड़ा विधानसभा के लिए मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख और अमरावती नगर विधानसभा के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार को जिम्मेदारी दी गई थी। जबकि बैतूल के मुलताई के पूर्व विधायक सुखदेव पांसे को नागपुर लोकसभा का प्रभारी बनाया गया था। उनके ही निर्देश पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत वागद्रे को नागपुर सेंट्रल विधानसभा , सीसीबी के पूर्व अध्यक्ष अरूण गोठी को नागपुर पश्चिम-दक्षिण विधानसभा, आमला से बीते विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी रहे मनोज मालवे को नागपुर उत्तर विधानसभा और प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि नवनीत मालवीय को मेलघाट विधानसभा का प्रभारी बनाया गया था।

भाजपा नेताओं ने मनवाया लोहा

यहां सबसे बड़ी बात यह है कि भाजपा के एमपी संगठन ने पूर्व विधायक और संगठन क्षमता के कुशल धनी पूर्व विधायक अलकेश कार्य को नागपुर की कामठी विधानसभा का प्रभारी बनाया गया था। यहां से भाजपा की ओर से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावलकुले प्रत्याशी थे। यही वजह है कि यह सीट पूरे प्रदेश महाराष्ट्र में चर्चा का केंद्र थी। यहां का प्रभारी बनाकर अलकेश की प्रतिष्ठा दाव पर लगी थी। उन्होंने जिम्मेदारी मिलने के बाद करीब 78 दिन पूरे विधानसभा में ताबड़तोड़ जनसंपर्क किया। भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का ही नतीजा है कि प्रत्याशी बावलकुले की छवि के कारण शनिवार आए परिणामों में पचास हजार से अधिक की जीत मिली है। इसी तरह जिले की सीमा सटे परतवाड़ा विधानसभा में मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने अपने प्रभारी रहते हुए भी लोहा मनवाया है। यहां से पार्टी प्रत्याशी रविंद्र दायड़े रिकार्ड वोटों से चुनाव जीत रहे हैं।

देशमुख को कुछ दिनों के लिए अपनी विधानसभा से सटे वरूड़ का भी दायित्व दिया था। इसे संयोग ही कहे कि यहां से भाजपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। वास्तव में दोनों जगह दिए गए दायत्विों का निर्वाहण करने पर अलकेश की तरह देशमुख का भी कद बढ़ेगा। इधर मुलताई के मूल निवासी और जिला पंचायत के तेज तर्रार अध्यक्ष राजा पवार को युवाओं में लोकप्रियता के कारण उन्हें उन्हें अमरावती नगर विस का प्रभारी बनाया था। उन्होंने यहां करीब पचास दिनों तक बूथ कार्यकर्ताओं से लेकर गांवों तक पहुंचकर भाजपा प्रत्याशी सुलभा ताई संजय खोड़के के लिए जमकर कमान संभाली। नतीजा यह हुआ कि शनिवार को आए परिणाम में भाजपा ने यहां से करीब 2258 वोटों से जीत हासिल की है।

कांग्रेस नेताओं को नहीं मिली कहीं भी सफलता

इधर जिले से पड़ोसी जिले नागपुर में कांग्रेसियों का दबदबा था। विदर्भ में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन के बाद मैनेजमेंट मेें माहिर पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे को नागपुर का लोकसभा प्रभारी बनाया गया था। उनके साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत वागद्रे, वरिष्ठ अरूण गोठी और मनोज मालवे को तीन अलग-अलग विधानसभा का प्रभारी बनाया गया था, लेकिन हेमंत वागद्रे की प्रभार वाली नागपुर सेंट्रल वाले विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी बंटी सेलके 5700 वोटों से आगे चल रहे हैं, लेकिन यहां पर आगे दस राउंड और बचे हैं, इसलिए उलट फेर से इंकार नहीं किया जा सकता है। शेष प्रभार वाले विधानसभा में कांग्रेस जिले के कांग्रेस नेताओं को सफलता नहीं मिली है।

इसके लिए वे भाजपा गठबंधन वाली सरकार की लाड़ली बहना योजना की घोषणा को बता रहे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता नवनीत मालवीय को भैंसदेही से सटी मेलघाट विस का प्रभारी बनाया था, लेकिन यहां से भाजपा प्रत्याशी केवल राम काले 18 राउंड के बाद रिकार्ड 49 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। कुल मिलाकर कांग्रेस के प्रभार वाले विस में सफलता नहीं मिली है।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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