धौल बीट में प्लांटेशन के नाम पूरे जंगल का सफाया
बीट गार्ड की मिलीभगत से पूरा जंगल खत्म, ठूंठ बनाने के लिए मजदूरों को तक लगाया, मामला बढ़ा तो जांच टीम रवाना

बैतूल। जंगलों के सर्वनाश के लिए कहीं ना कहीं वन विभाग के मैदानी अमले को जिम्मेदार कहा जा सकता है। इस बात की बानगी कई बार देखने को मिल चुकी हैं। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा फील्ड का निरीक्षण ना करने के कारण ही इस तरह के मामले सामने आने के बाद केवल जांच तक सीमित रह जा रहा है। ताजा मामला पश्चिम वन मंडल की सांवलीगढ़ रेंज की धौल बीट में देखने को मिला है। यहां प्लांटेशन के नाम जिस तरह वनों का सर्वनाश हुआ है, यह चौकाने वाली बात से कम नहीं है।
बीट गार्ड की लापरवाही के कारण प्लांटेशन तो दूर पूरा जंगल का सफाया होने की जानकारी सामने आईहै। सांझवीर द्वारा इस संबंध में डीएफओ को जानकारी दी गई तो उन्होंने गंभीरता दिखाते हुए तुरंत जांच टीम रवाना कर दी। अब देखना यह है कि जांच टीम उन्हें क्या रिपोर्ट सौंपती हैं।
सूत्रों ने बताया कि सांवलीगढ़ की धौल बीट ने 100 हेक्टेयर जमीन पर प्लांटेशन किया जाना था। इसमें से केवल 15 हेक्टयेर क्षेत्र में ही प्लांटेशन हुआ है। वर्ष 2010-11 में यह प्लांटेशन हुआ। यहां कुल 3 झिरिया भी बनाना था लेकिन महज एक ही झिरिया का निर्माण किया गया।
चौकाने वाली बात यह है कि धौल बीट में आज तक निंदाई का काम तक नहीं हुआ है और बीट गार्ड ने वाउचर बनाकर आगे मामला बढ़ा दिया। इतना हीं नहीं अधिकारियों द्वारा ध्यान ना दिए जाने के कारण यहां बीट गार्ड ने अपनी देखरेख में 100 से 120 गोलाई के ठूंठों को मिट़्टी से दबाया जा रहा है, ताकि पूरे मामले पर परदा डाला जा सकें। सूत्रों ने बताया कि यह सिलसिला लंबे समय से चला आ रहा है, लेकिन यहां पदस्थ एसडीओ, रेंजर, डिप्टी रेंजर तक ने वरिष्ठों को जानकारी नहीं दीं।
जंगल में ठूंठ ही ठूंठ, प्लांटेशन का अता-पता नहीं
एक और चौकाने वाला तथ्य सामने आया है कि सांवलीगढ़ रेंज की धौल बीट में वर्तमान में ठूंठ ही ठूंठ दिखाई दे रहे है। प्लांटेशन के नाम जिस तरह से जंगलों को सफाया किया गया है। यह बड़ी लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है। लंबे समय से पदस्थ बीट गार्ड द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दिए बिना जंगलों को ठूंठ में बदल दिया गया। जानकारी मिली है कि बीट गार्ड ने ठूंठ बनाने के लिए बकायदा मजदूर भी लगाए रखे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी यह नजारा रास्ते से गुजरने के दौरान देखते है, लेकिन उनकी शिकायतों को हमेशा दरकिनार किया जा रहा है।
लकड़ियों के व्यापार की खबर से हड़कंप, चौकीदार की भूमिका पर सवाल
पूरे मामले में राहोस्योद्घाटन हुआ है कि खुद बीट गार्ड द्वारा लकड़ियों का व्यापार किया जा रहा है। उनके द्वारा जंगल में अवैध रूप से अतिक्रमण कर शासकीय वाहन का दुरुपयोग के भी शिकायत सामने आई है। सूत्र बताते हैं कि यहां पदस्थ चौकीदार की भूमिका पर भी कई सवाल खड़े हो रहे है। बीट गार्ड, चौकीदार तो केवल ठूंठ उखाड़कर फेंकने के लिए वेतन दे रहे है। इस संबंध में सांझवीर टाईम्स को जानकारी देने की भनक लगते ही नाकेदार द्वारा मजदूरों को लेकर ले जाकर ठूंठ फाड़कर उखाडने का काम चालू कर दिया है। दूसरी तरफ डीएफओ को सूचना मिलने पर टीम तत्काल मौके पर रवाना कर दी गई है.
इनका कहना …
इस संबंध में मुझे जानकारी मिली है आपके द्वारा जो साक्ष्य उपलब्ध कराए गए है, उस आधार पर टीम को भी धौल बीट रवाना कर दिया है। शाम तक टीम के आने और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई तय की जाएगी।
वरूण यादव
डीएफओ, पश्चिम सामान्य वन मंडल बैतूल