National Livelihood Mission: राष्ट्रीय अजीविका मिशन में सीएमओ का बंगला शिफ्ट करने की तैयारी
National Livelihood Mission: Preparation to shift CMO's bungalow in National Livelihood Mission

10 लाख खर्च कर संवरेगा बंगला, कर्मचारी और पार्षद भी इसके विरोध में, पीआईसी और न परिषद में लिया प्रस्ताव
National Livelihood Mission: बैतूल। मिथ्या खर्च में बैतूल नपा अपने आप में एक रिकार्ड कायम करने में लगी है। पहले ही परिषद ने कुछ ऐसे निर्णय लेकर सुर्खियां बटोरी है, जिसका पार्षद भी विरोध कर चुके हैं। अब खबर है कि नपा के सीएमओ सतीष मटसेनिया लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम के पास बाल मंदिर परिसर में बने राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के कार्यालय में अपना बंगला शिफ्ट करने वाले हैं। खबर है कि सोमवार उन्होंने अपनी पत्नी को यह कार्यालय दिखाया। उन्हें पसंद आते ही कर्मचारियों को आनन- फानन में कार्यालय समेटने के निर्देश दे दिए गए। इससे कर्मचारियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ कार्यालय यहां से 1 किमी दूर उनके बंगले वाले स्थान पर शिफ्ट किए जाने की तैयारी है।
यदि ऐसा होता है तो यहां पर आने वाले लोगों को एक किमी दूर का फेरा लगाना पड़ेगा। इसके अलावा बंगले के रंगरोगन पर 10 से 12 लाख रुपए खर्च करने का भी प्लान बनाया जा चुका है। किसी बंटी ठेकेदार को बुलवाकर 10 लाख रुपए का स्टीमेट भी बना लिया गया है। वहीं नपा अध्यक्ष को भी इस बारे में गुमराह करने वाली जानकारी दी गई है, इससे वे भी खासी नाराज बताई जा रही है, जबकि बिना परिषद और पीआईसी में प्रस्ताव लिए बदलाव होने भाजपा समेत कांग्रेस के भी कई पार्षद नाराज बताए जा रहे हैं। जबकि दबी जुबान से कर्मचारी इस बदलाव का विरोध कर रहे हैं, लेकिन कोई खुलकर सामने नहीं आ रहा है।
बैतूल नपा की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। अब आप खुद नपा अध्यक्ष और सीएमओ भी मीडिया में चर्चा में कह चुके हैं। नए निर्माण कार्यों पर भी इसी वजह रोक लगाई गई है। हालांकि पुराने कामों को पूरा करने की कवायद चल रही है। इसी बीच एक ऐसी खबर ने नपा में खलबली मचा दी है, जिसमें राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन का बाल मंदिर परिसर स्थित कार्यालय तलैय्या सदर स्थित सीएमओ के वर्तमान बंगले में स्थानांतरित किया जा रहा है। यह खबर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के कर्मचारियों को भी पता चली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। हालांकि इस बारे में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन पूरे कार्यालय में यह चर्चा जोरों पर है कि कार्यालय अब 1 किमी दूर सीएमओ के वर्तमान बंगले में शिफ्ट हो रहा है।
शहर के बीचोबीच में है कार्यालय
नपा के आधिपत्य वाले बाल मंदिर परिसर में एक सभागृह के अलावा निर्वाचन कार्यालय को एक स्थान ईवीएम रखने के लिए भी आवंटित किया गया है। हालांकि इसका उपयोग अभी शुरू नहीं हो सका है। इसके बाजू में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन का कार्यालय लंबे समय से संचालित किया जा रहा है। यह कार्यालय शहर के बीचोबीच होने के कारण नपा से महज 500 मीटर की दूरी पर है। भविष्य में नपा इस जमीन का सद्पयोग कर मल्टी कांप्लेक्स या आय बढ़ाने के लिए कोई ईमारत बनाए तो राजस्व की बड़ी आमदानी हो सकती है, लेकिन इस जगह का उपयोग यदि अधिकारी के रहने के लिए किया जाए तो कोई औचित्य नहीं रहेगा।
10 लाख से अधिक होंगे रिनिवल में खर्च
जानकार सूत्र बताते हैं कि यदि नए सीएमओ सतीष मटसेनिया राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के दफ्तर में अपना बंगला शिफ्ट करते हैं तो इसकी मरम्मत पर 10 लाख से अधिक की राशि खर्च होना तय है। तर्क दिया जा रहा है कि जब बड़े अधिकारी अपने बंगले का रिनिवल कर रहे हैं तो यहां क्या दिक्कत है? दूसरी तरफ नपा में पार्षदों को यह बताया जा रहा है कि वित्तीय स्थिति खराब होने के कारण नए निर्माण कार्य शुरू नहीं किए जाएंगे। पार्षदों ने अधिकारियों को यह भी बताया कि लोग उन्हें विभिन्न निर्माण कार्य के लिए दबाव बना रहे हैं, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी जा रही है।
दूसरी तरफ बंगला रिनिवल के लिए 10 लाख की राशि खर्च करने पर सवाल उठाएं जा रहे हैं। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कई पार्षदों और नपाकर्मियों ने बताया कि वर्तमान में तलैय्या सदर स्थित बंगले का डेढ़ वर्ष पूर्व ही सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया और पूर्व सीएमओ अक्षत बुंदेला ने रिनिवल किया है। यहां रहने के लिए बड़ा स्पेस मौजूद है। इसके बावजूद राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन कार्यालय में बंगला शिफ्ट करने पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
1 किमी की दूरी तय करना बनेगी मजबूरी
यदि सीएमओ की हठधर्मिता चली तो राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में योजनाओं के हितग्राहियों को सदर स्थित तलैय्या में वर्तमान बंगले में जाकर अपना काम कराना पड़ेगा। बदलाव होने की स्थिति में प्रधानमंत्री स्वनिधि ऋण सहित अन्य योजनाओं समेत अन्य हितग्राहियों को नए दफ्तर का पता ढूंढने में दिक्कतें होगी। वर्तमान में नपा से इस कार्यालय की दूरी महज 500 मीटर है और एक ही मार्ग पर स्थित होने से हितग्राहियों को परेशानी नहीं होती है, लेकिन सदर में कार्यालय शिफ्ट होने पर कई तरह की परेशानियां भी सामने आएगी।
इनका कहना…
मुझे इस संबंध में आपके माध्यम से जानकारी मिली है। इस संबंध में सीएमओ से चर्चा कर आपको अवगत कराऊंगा।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर बैतूल
पुराने बंगले में पिल्लर और खिड़कियां खराब है। इसी वजह राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में बंगला शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। व्यर्थ खर्च करने की बात है तो हर किसी को बंगले की मरम्मत का अधिकार है।
सतीष मटसेनिया, सीएमओ नपा बैतूल
मुझे केवल सूचना भर दी गई है। केवल इतना बताया गया है कि पुताई कर सीएमओ का बंगला शिफ्ट किया जा रह है। 10 लाख खर्च कर मरम्मत की जानकारी नहीं है। इस बारे में न तो परिषद से और न मुझसे सहमति नहीं ली गई है। अगर ऐसा हो रहा है तो गलत बात है, सारे काम नियम से करना जरूरी है।
पार्वती बारस्कर, अध्यक्ष नपा बैतूल